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एनटीपीसी की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ी

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नई दिल्ली। एनटीपीसी-कोरबा कंपनी की 500 मेगावाट बिजली पैदा करने वाली इकाई निर्धारित समय पर आरंभ हो गई है। इसको मिलाकर एनटीपीसी समूह की कुल क्षमता 33,000 मेगावाट से बढ़ गई है। एनटीपीसी समूह की स्‍थापित क्षमता 33,194 मेगवावट हो गई है। इकाई के चालू होने से कोरबा सुपर ताप बिजली केंद्र की स्‍थापित क्षमता 2600 मेगावाट हो गई है। विभिन्‍न स्‍थानों पर 16000 मेगावाट से अधिक क्षमता वाली इकाइयां इस समय निर्माणाधीन हैं, एनटीपीसी की योजना है कि 2017 तक उसकी क्षमता 75000 मेगावाट हो जाएगी।

उधर एनटीपीसी ने ओडिशा की ग्रिडको लिमिटेड के साथ बिजली की खरीददारी के समझौतों पर हस्‍ताक्षर किये हैं। ये समझौते 12वीं योजना अवधि के दौरान चालू होने वाली प्रस्तावित परियोजनाओं से बिजली की बिक्री के लिए हैं। प्रस्‍तावित परियोजनाओं में ओडिशा की दार्लीपलि और तलचर ताप बिजली विस्‍तार परियोजना, पश्‍चिम बंगाल में कटवा और बिहार में पीरपैंटी और मुजफ्फरपुर द्वितीय स्‍टेज शामिल हैं। पश्‍चिम बंगाल में फरक्‍का तृतीय स्‍टेज के लिए बिजली की खरीददारी के समझौते पर भी हस्‍ताक्षर किये गए। यह परियोजना चालू वित्‍त वर्ष में शुरू की जानी है।

इन परियोजनाओं से प्राप्‍त होने वाली समूची बिजली से पूर्वी क्षेत्र के राज्‍य लाभान्‍वित होंगे। एनटीपीसी ने अपनी सीएसआर नीति के अधीन इस क्षेत्र में समुदाय विकास कार्यक्रम कई श्रृंखलाओं में शुरू किया है। इनमें लोगों के घरों पर स्‍वास्‍थ्‍य देख-रेख सेवा, नजदीकी गांवों में पेयजल की उपलब्‍धता और अपनी बिजली परियोजनाओं के पांच किलोमीटर क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति का प्रावधान शामिल है। कंपनी की ओडिशा में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की भी योजना है।

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