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नई दिल्ली। दूर संचार के क्षेत्र में सक्रिय निजी क्षेत्र की कंपनियों और उनकी बेहतर सेवाओं के बड़े-बड़े दावों के बावजूद सरकारी क्षेत्र की दूरसंचार सेवाओं को लोगों ने काफी पसंद किया है। आंकड़े बताते हैं कि देश में वर्ष 2010 के दौरान दूरसंचार नेटवर्क में 40 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई। इस दौरान 2161.3 लाख कनेक्शन दिए गए। देश में 31 अक्तूबर, 2010 को 7421.3 लाख टेलीफोन कनेक्शन थे, जबकि पिछले साल इनकी संख्या मात्र 5260 लाख ही थी। इनमें से 7067 लाख वायरलेस कनेक्शन हैं।
दूरसंचार मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के आखिर तक देश में 6000 लाख कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया है जो फरवरी 2010 में ही हासिल हो गया है, फिलहाल 170 लाख से अधिक कनेक्शन प्रति माह जुड़ने से दूरसंचार क्षेत्र में ठोस प्रगति हो रही है। ज्ञातव्य है कि दूरसंचार विभाग की सेवाओं के प्रति लोगों में उपेक्षा का भाव रहा है और वे निजी क्षेत्र को प्राथमिकता देते आ रहे हैं लेकिन आंकड़े कुछ और ही बताते हैं। दूरसंचार सेवाओं को लेने के पीछे एक कारण यह बताया जाता है कि विभाग का उपभोक्ताओं पर भुगतान आदि मामलों को लेकर निजी कंपनियों की तरह भारी दबाव नहीं रहता है और दूसरे दूर संचार विभाग की नेटवर्क सेवा काफी मजबूत है जो उपभोक्ताओं का दूर संचार विभाग के प्रति विश्वास बनाए हुए है।