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देहरादून। मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से मंगलवार को सचिवालय में लोक सेवा आयोग के सदस्यों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने लोक सेवा आयोग की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार लोक सेवा आयोग को शत-प्रतिशत क्षमतावान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि लोक सेवा आयोग के समक्ष राज्य के लिए बेहतर अधिकारी एवं कार्मिक देने का गुरूत्तर दायित्व है। लोक सेवा आयोग से चुने गये अधिकारी 30 से 35 वर्षो तक राज्य की सेवा में रहते हैं, इसलिए लोक सेवा आयोग को सर्वोत्तम एवं निष्ठावान अधिकारियों के चयन की अच्छी से अच्छी प्रणाली अपनानी चाहिए।
उन्होंने प्रमुख सचिव कार्मिक को निर्देश दिये कि समयबद्ध तरीके से पीसीएस के अधियाचन आयोग को भेजना सुनिश्चित किया जाए। अधियाचन भेजे जाने में होने वाली देरी से बेरोजगार युवाओं का नुकसान नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आयोग के सदस्यों को कहा कि वे शीघ्र से शीघ्र पीसीएस की परीक्षा आयोजित करें। सरकार ने हर युवा के हाथ में रोजगार देने का संकल्प लिया है और आयोग को इसमें बड़ी भूमिका निभानी होगी। आयोग के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया कि एक वर्ष में आयोग के कई प्रस्तावों को स्वीकृति देने से आयोग की कार्य क्षमता में गुणोत्तर वृद्धि हुई है। आयोग के सदस्य टीएन सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि शुरू के 9 वर्ष में 1600 विभागीय चयन समितियां आयोग के माध्यम से गठित हुईं, जबकि मात्र पिछले वर्ष में आयोग के माध्यम से 3900 विभागीय चयन समितियां गठित हुईं। उन्होंने आयोग की आगामी परीक्षाओं और अन्य योजनाओं के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। मुख्यमंत्री से मिलने वालों में डॉ मंजुला बिष्ट, डॉ डीपी जोशी, मंजुला राणा उपस्थित थीं।