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नई दिल्ली। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने कहा है कि उसने राष्ट्रीय खेल संघों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए कुछ प्रयास किए हैं। वर्ष 2010 के दौरान किए गए इन प्रयासों से राष्ट्रीय खेल संघों में परिचालन के नियोजन में सुधार होगा और पारदर्शिता बढ़ेगी। भारतीय खेलों में सुधार लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रमुख संभावित खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर केंद्रित सरकार के व्यापक समर्थन से दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010 में उत्कृष्ट परिणाम हासिल हुए। चीन के ग्वांगचाउ में हुए एशियाई खेलों में भी इन प्रयासों से उत्कृष्ट परिणाम हासिल हुए हैं।
भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 100 से अधिक पदक जीते। इन खेलों में भारत ने कुल मिलाकर 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य पदक जीते और भारत पहली बार पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 64 पदक जीते, जिनमें 14 स्वर्ण, 17 रजत और 33 कांस्य पदक हैं। वर्ष 1951 में एशियाई खेलों की शुरूआत से लेकर अब तक यह भारत का दूसरा श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
मंत्रालय ने इस वर्ष राष्ट्रीय खेल संघों को मान्यता प्रदान की और इन संघों में पदाधिकारियों की आयु सीमा एवं कार्य अवधि निर्धारित कर दी है। भारतीय ओलिम्पिक संघ, खेल संघों में सूचना का अधिकार कानून लागू किया गया है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने 7 जनवरी, 2010 को भारतीय ओलिम्पिक संघ और आयोजन समिति को सार्वजनिक निकाय घोषित किया जिसके बाद मंत्रालय ने सूचना का अधिकार कानून के लिए प्रक्रियागत ज़रूरतों का पालन करने के लिए इन्हें निर्देश जारी कर दिए हैं। मंत्रालय ने खेल संघों के स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के भी प्रयास किए हैं।