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बिजली उत्पादन के लिए समझौता

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बिजली समझौता-power agreement

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2014 से 24 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने और प्रदेश को विद्युत सरप्लस राज्य बनाने के दावे के साथ ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय, मुख्य सचिव अतुल कुमार गुप्ता की उपस्थिति में ऊर्जा सचिव नवनीत सहगल ने कुल 5280 मेगावाट क्षमता के चार विद्युत उत्पादन गृहों की स्थापना के लिए चार समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। मुख्य सचिव गुप्ता ने एनेक्सी मीडिया सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इन चारों विद्युत उत्पादन गृहों में से प्रत्येक की क्षमता 1320 मेगावाट होगी और ये कुल 26,400 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से स्थापित किए जाएंगे।

ऊर्जा सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि ऊर्जा नीति-2009 के अन्तर्गत 25 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 15 हजार मेगावाट निजी क्षेत्र के जरिये एमओयू रूट के माध्यम से, 5 हजार मेगावाट केस-1 के माध्यम से और 5 हजार मेगावाट राजकीय क्षेत्र के माध्यम से विद्युत उत्पादन का लक्ष्य है। एमओयू रूट के माध्यम से 15 हजार मेगावाट के उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। अब तक 9680 मेगावाट के एमओयू हस्ताक्षरित हो चुके हैं। इस एमओयू में 18 महीने में फाइनेंशियल क्लोजर के लिए कहा गया है और 5 लाख रूपये प्रति मेगावाट के हिसाब से बैंक गारण्टी भी ली गयी है, ताकि परियोजना पर कार्य समय से प्रारम्भ हो सके।

एमओयू के अनुसार टॉरेंट पावर लिमिटेड, सण्डीला (हरदोई) में 1320 मेगावाट उत्पादन क्षमता की परियोजना की स्थापना 6600 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से करेगी। इसी प्रकार मेसर्स वेलस्पन पावर लिमिटेड 1320 मेगावाट का तापीय विद्युत उत्पादन गृह गाजीपुर में 6600 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से स्थापित करेगी। बिल्हौर और खुर्जा में स्थापित की जाने वाली तापीय विद्युत परियोजनाओं की क्षमता भी क्रमश: 1320 मेगावाट होगी और इनकी स्थापना क्रमश: एनटीपीसी और टीएचडीसी (टिहरी हाईड्रो डेवलपमेन्ट कारपोरेशन) करेगी। इन दोनों परियोजनाओं में से प्रत्येक की लागत 6600 करोड़ रूपये अनुमानित है।

इन चार एमओयू में से गाजीपुर हेतु मेसर्स वेलस्पन पावर लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक विनीत मित्तल, सण्डीला (हरदोई) के लिए मेसर्स टॉरेंट पावर लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेन्ट एच पटेल, बिल्हौर के लिए एनटीपीसी के डायरेक्टर कामर्शियल आईजे कपूर और खुर्जा के लिए टीएचडीसी के निदेशक तकनीकी डीवी सिंह ने समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।

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