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मैपुटो। भारत ने मोजांबिक से आग्रह किया है कि कोल इंडिया लिमिटेड को आवंटित किए गए दो कोयला ब्लॉकों को चालू करने सम्बंधी औपचारिकताओं को शीघ्र निपटाने के साथ-साथ वह भारतीय कंपनियों को और अधिक कोयला ब्लॉक आवंटन पर विचार करे। कोयला राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष सहित कोयला मंत्रालय के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दो दिन की यात्रा पर मोजांबिक की राजधानी मैपुटो में हैं। यहां उन्होंने मोजांबिक सरकार की खनिज संसाधन मंत्री एस्परैंका बाएस से कोयला खनन में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की।
यहां की खनिज संसाधन मंत्री एस्परैंका ने कहा कि मोजांबिक कोयला खनन के विषय में भारत की विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाहेगा और इस बात का आश्वासन दिया कि उनकी सरकार कोल इंडिया लिमिटेड को और अधिक कोयला ब्लॉक आवंटित करने के भारत के अनुरोध पर विचार करेगी। दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि आगे द्वीपक्षीय सहयोग के अवसर और तौर-तरीकों पर कार्य समूहों की एक बैठक अप्रैल 2011 में करेंगे। कोल इंडिया लिमिटेड को मोजांबिक में पहले ही दो कोयला ब्लॉक आवंटित किए गए हैं जिनमें शीघ्र ही कार्य आरंभ हो जाएगा। कोयले की लदाई के लिए नजदीकी बंदरगाह तक सड़क संपर्क और अन्य आधारभूत आवश्यकताओं पर भी इस वार्ता में चर्चा हुई। दोनों ब्लॉकों को शीघ्रातिशीघ्र चालू करने के लिए अनिवार्य औपचारिकताओं को पूरा करने और आधारभूत सहयोग प्रदान करने का मोजांबिक सरकार ने आश्वासन दिया।
श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि भारत ने यह निर्णय किया है कि वह 88 करोड़ रूपये के निवेश से मोजांबिक में खनन के क्षेत्र में योजना एवं मानव संसाधन प्रशिक्षण के लिए दो संस्थान स्थापित करेगा। इन संस्थानों के लिए भूमि उपलब्ध कराने सहित इनकी रूपरेखा पर चर्चा हुई। खनन संस्थानों में मोजांबिक कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान करने का प्रस्ताव भी उन्होंने रखा। श्रीप्रकाश जायसवाल ने मोजांबिक के अंदरूनी मामलों के मंत्री और शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात की। जायसवाल ने एक अस्पताल में आयोजित एक समारोह में भारत सरकार की ओर से विकलांग व्यक्तियों को कृत्रिम अंग प्रदान किए।