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Wednesday 27 March 2013 12:56:42 PM
देहरादून। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने शिक्षकों का आह्वान किया है कि वे केवल छात्रों की शिक्षा पर ही नहीं बल्कि उनके चरित्र विकास पर भी ध्यान दें, उन्होंने छात्रों को व्यवहारिक शिक्षा उपलब्ध कराने पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2012 में उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को लेपटाप व शैलेश मटियानी की पत्नी लीला मटियानी को 1 लाख 1 हजार रूपये प्रदान करने की घोषणा की।
सोमवार को सर्वे ऑफ इंडिया ऑडिटोरियम हाथी बड़कला में प्रदेश के मेधावी छात्रों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अध्यापकों व विद्यालयों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान करते हुए उन्होंने शिक्षकों से छात्रों को पर्यावरण का महत्व समझाने व समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने की शिक्षा देने पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर पर छात्रों को शिक्षा का जैसा वातावरण मिलेगा, वैसा ही वे अपने जीवन में बनेंगे, छात्र संस्कारित व चरित्रवान बनकर ही अच्छे समाज व देश के निर्माण में अपना योगदान दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के प्रसार पर विशेष ध्यान दे रही है, संसाधनों की कमी के बावजूद स्कूल भवनों के निर्माण के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं, इसके लिये बजट की व्यवस्था की गई है, बालिकाओं की शिक्षा के लिये 9वीं कक्षा की छात्रा को 3 हजार रूपये दिये जाने की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में युवाओं को रोज़गारपरक शिक्षा के लिये इंजीनियरिंग व पालिटेक्निक कालेजों की स्थापना की जा रही है। उत्तराखंड शिक्षा का प्रमुख केंद्र बने इसके लिये भी प्रयास किये जा रहे हैं। शिक्षकों के स्थानांतरण के लिये पारदर्शी स्थानांतरण नीति बनाई गई है, इसमें दुर्गम व सुगम में सेवा की अवधि निर्धारित कर शिक्षकों के हितों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने शिक्षकों से यहां की प्राकृतिक सुंदरता के अनुरूप राज्य के विकास में भागीदार बनने का आह्वान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वर्ष 2012 की 10वीं कक्षा में राजकीय इंटर कालेज रामनगर नैनीताल के छात्र समीर रियाज तथा पंडित पूर्णानंद तिवारी इंटर कालेज जयपुर की 12वीं की छात्रा कुमारी इराम सेफी को सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर क्रमशः 15 व 21 हजार रूपये की धनराशि व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री नें इन छात्रों को लेपटाप देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वर्ष 2012 में 10वीं तथा 12वीं में उत्कृष्ठ परीक्षा फल देने वाले 3-3 विद्यालयों को पुरस्कार के साथ ही मुख्यमंत्री ट्राफी भी प्रदान की। अध्यापिका तथा अध्यापकों को भी पुरस्कार प्रदान किए। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी, विधायक गणेश जोशी, सचिव विद्यालयी शिक्षा मनीषा पंवार, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा आरके सुधांशु सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी, अध्यापक व छात्र उपस्थित थे।