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Tuesday 26 November 2019 06:05:30 PM
नई दिल्ली। मानेकशॉ सेंटर नई दिल्ली में दो दिवसीय डेफकॉम इंडिया 2019 संगोष्ठी प्रारंभ हुई। संगोष्ठी का विषय-‘कम्युनिकेशन्स : ए डिसाइसिव कैटेलिस्ट फॉर ज्वाइंटनेस’ है। यह संगोष्ठी सेना के तीनों अंगों के बीच एकता के लिए संचार माध्यमों का लाभ उठाने के विषय में है। रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने उद्घाटन भाषण में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की घोषणा सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल और एकीकरण में सुधार की आवश्यकता को देखते हुए ही की है। उन्होंने कहा कि तीनों अंगों के बीच एकता का विजन हासिल करने के लिए पहली शर्त अबाधित संचार है।
भारतीय सेनाप्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इस अवसर पर देश की सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया और एकता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सुरक्षित और अंतर संचालन योग्य संयुक्त संचार व्यवस्था समय की आवश्यकता है। जनरल बिपिन रावत ने सशस्त्र बलों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उद्योगजगत के सहयोग पर बल दिया। डेफकॉम 2019 के पहले दिन सशस्त्र बलों, उद्योग अनुसंधान और विकास संगठनों तथा शिक्षाजगत के लोगों ने भागीदारी की।
जनरल बिपिन रावत ने कहा कि डेफकॉम इंडिया संगोष्ठी ने उद्योगजगत के लिए सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को समझने के लिए शानदार अवसर उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि डेफकॉम प्रदर्शनी में अत्याधुनिक संचार समाधानों को दिखाया गया है और यह टेक्नोलॉजी तथा उद्योग की क्षमता को समझने के लिए सेना के तीनों अंगों के अधिकारियों को अवसर प्रदान करती है। संगोष्ठी में प्रतिष्ठित डेफकॉम पत्रिका का विमोचन भी किया गया।