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Wednesday 19 February 2020 04:27:11 PM
विशाखापत्तनम। भारतीय नौसेना का वार्षिक रीफिट और अवसंरचना सम्मेलन पूर्वी नौसेना कमान विशाखापत्तनम मुख्यालय में हुआ। चीफ ऑफ मेटेरियल एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (नौसेना) के वाइस एडमिरल जीएस पब्बी ने सम्मेलन की अध्यक्षता की। सम्मेलन में नौसेना मुख्यालय, नौसेना की तीनों कमान, तीनों सेनाओं की अंडमान तथा निकोबार कमान, पोर्ट ब्लेयर, डॉकयार्ड, मरम्मत यार्ड तथा नौसेना के मेटेरियल संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रतिनिधियों ने भारतीय नौसेना के सभी जहाजों और पनडुब्बियों को रीफिट करने यानी फिर से दुरुस्त करने की योजनाओं पर चर्चा की और भारतीय नौसेना की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अवसंरचना को मजबूत बनाने की योजना पर भी विमर्श हुआ।
फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ईएनसी वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन ने नौसेना प्लेटफॉर्मों की युद्ध उपलब्धता सुनिश्चित करने में समर्पित प्रयासों की सराहना की। उन्होंने समुद्र में प्लेटफॉर्मों के सतत संचालन की दिशा में नौसेना रिपेयर यार्ड की भूमिका भी सराही। चीफ ऑफ मेटेरियल ने कर्मियों और रक्षा सामग्री की सुरक्षा पर फोकस के साथ जहाजों तथा पनडुब्बियों को रीफिट करने की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आयोजन की सराहना की। सम्मेलन में बढ़ी हुई सक्षमता एवं समुद्री इकाईयों की क्षमता पर विशेष बल के साथ व्यापक रूपसे रीफिट से संबंधित तकनीकी तथा लॉजिस्टिक पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत स्वदेशीकरण पर फोकस करने का आग्रह किया। वार्षिक अवसंरचना सम्मेलन में आधुनिकीकरण, मरम्मत मजबूती और रीफिटिंग अवसंरचना में प्रगति की समीक्षा की गई, ताकि भारतीय नौसेना के हथियारों की घातक बढ़त बनाई रखी जा सके।