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Friday 05 April 2013 07:32:19 AM
देहरादून। मुख्य सचिव आलोक कुमार जैन ने गुरूवार को दून अस्पताल में गुब्बारा क्लब में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने संस्था से अनुरोध किया कि राज्य के दूर-दराज क्षेत्रों में भी इस तरह के कार्यक्रम चलाए जाने चाहिएं, कम उम्र में ही बच्चे की शारीरिक और मानसिक विकास की कमियों को पहचानना और उनका निदान करना एक नायाब कदम है।
लतिका रायॅ फाउंडेशन के गुब्बारा क्लब की प्रमुख जो चोपड़ा ने बताया कि इसमें पांच वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न गतिविधियों के जरिए निदान किया जाता है, साथ ही उनके अभिभावकों को भी परवरिश का प्रशिक्षण दिया जाता है। उम्मीद चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर की निदेशक विभा कृष्णमूर्ति ने बताया कि बच्चे के अनुभव, आस-पास के माहौल और परवरिश में कमी की वजह से बच्चे के विकास में देरी होती है।
डीएम देहरादून बीवीआर पुरूषोत्तम, दून अस्पताल के सीएमएस, सीएमओ, गुब्बारा के डॉक्टर, थेरोपिस्ट, साइकोलाजिस्ट सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति इस मौके पर उपस्थित थे। मुख्य सचिव ने दून अस्पताल के जन औषधि केंद्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने निर्देश दिए कि जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं के प्रेस्क्रिप्शन स्लिप का अलग-अलग डाटा रखा जाए, प्रेस्क्रिप्शन का ऑडिट भी कराया जाए। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि अस्पताल में जन औषधि केंद्र में जेनेरिक दवाएं दी जा रही हैं, उन्होंने इसके और विस्तार को कहा।