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Saturday 25 April 2020 12:16:18 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सेना के सभी चीफ कमांडरों के साथ किसी आकस्मिक स्थिति से निपटने की तैयारियों और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के उपायों की समीक्षा की है। कांफ्रेंस में रक्षामंत्री के साथ चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ तथा सैन्य मामलों के विभाग के सचिव जनरल बिपिन रावत, थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवाने, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार और सचिव (रक्षा वित्त) गार्गी कौल ने भाग लिया। रक्षामंत्री ने स्थानीय नागरिक प्रशासन को दी गई सहायता और कोविड-19 से लड़ने की तैयारी के उपायों के लिए सशस्त्र बलों की भूमिका की सराहना की।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों से अपेक्षा की कि वे किसी आकस्मिक स्थिति से निपटने की तैयारियों को सुनिश्चित करें, ऐसे समय में जब वे कोविड-19 से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी को मौजूदा स्थिति का फायदा उठाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कोविड-19 के कारण आर्थिक बोझ के मद्देनज़र वित्तीय संसाधनों को खर्च करने और अपव्यय को रोकने के उपाय करने के लिए सैन्यबलों को निर्देश भी दिया। सशस्त्र बलों की आपसी संयोजन की आवश्यकता पर जोर देते हुए रक्षामंत्री ने चीफ कमांडरों को उन कार्यों की पहचान करने और प्राथमिकता देने को कहा जो लॉकडाउन हटने के बाद अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में मदद कर सकते हैं और जिन्हें कम समय में पूरा किया जा सकता है। चीफ कमांडरों ने रक्षामंत्री को सशस्त्र बलों में वायरस के संक्रमण को रोकने और स्थानीय नागरिक प्रशासन को दी जाने वाली सहायता के लिए किए गए विभिन्न उपायों से अवगत कराया। इनमें कोविड-19 पर मानक संचालन प्रक्रिया, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा अन्य एजेंसियों की सलाह के अनुसार प्रोटोकॉल और ड्रिल में किए गए संशोधन तथा सम्बंधित कमान क्षेत्रों में रहनेवाले पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों की देखभाल करना शामिल है।
सैन्य चीफ कमांडरों ने रक्षा मंत्रालय की आपातकालीन वित्तीय शक्तियों के हस्तांतरण की सराहना की और कहा कि इससे आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति की समय पर खरीद सुनिश्चित हुई है और अस्पतालों की अवसंरचना को मजबूत करने में सहायता मिली है। सशस्त्रबलों ने समग्र तरीके से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में समर्थन को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी स्वयं पर ली है, महामारी से निपटने हेतु अतिरिक्त श्रमबल की उपलब्धता के लिए लोगों को बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। चीफ कमांडरों ने जानकारी दी कि सशस्त्रबलों और स्थानीय नागरिक प्रशासन के उपयोग के लिए आइसोलेशन और क्वारंटाइन सुविधाएं स्थापित की गई हैं। उन्होंने नागरिक प्रशासन के अनुरोध पर स्थानीय स्तर पर आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने के लिए भी अपनी तत्परता व्यक्त की। वीडियो कॉंफ्रेंस में उत्तरी कमान उधमपुर, पूर्वी कमान कोलकाता, दक्षिणी नौसेना कमान कोच्चि, पश्चिमी नौसेना कमान मुंबई, दक्षिणी कमान पुणे, दक्षिण-पश्चिमी कमान जयपुर, पश्चिमी वायुकमान दिल्ली, पूर्वी नौसेना कमान विशाखापत्तनम, सेंट्रल एयर कमांड इलाहाबाद, दक्षिण-पश्चिम वायु कमान गांधीनगर, दक्षिणी वायुकमान त्रिवेंद्रम, सेंट्रल कमांड लखनऊ और अंडमान और निकोबार कमान पोर्ट ब्लेयर ने भाग लिया।