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Wednesday 6 May 2020 12:14:04 PM
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने विदेशों से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु शुरु किया है। इसका अर्थ है समुद्री पुल। इसके तहत सरकार ने हमवतनों की वापसी की तैयारी मुकम्मल कर ली है। तीन समुद्री जहाज आईएनएस जलाश्व, आईएनएस मगर और आईएनएस शार्दुल को मालदीव और संयुक्त अरब अमीरात में फंसे भारतीयों को वापस लाने भेजा गया है। भारतीय नौसेना के समुद्री जहाज 'जलश्वा और मगर' इस समय मालदीव गणराज्य के माले बंदरगाह के रास्ते में हैं, जो चरण-1 के भाग के रूपमें 8 मई 2020 से निकासी अभियान शुरु करेंगे।
भारत सरकार विदेशों में भारतीय नागरिकों पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव की स्थिति पर बारीकी से नज़र रखे हुए है। भारतीय नौसेना का समुद्र के रास्ते से उन्हें वापस लाने का कार्यक्रम तय हो गया है। मालदीव गणराज्य में भारतीय मिशन नौसेना के जहाज से वापस लाए जाने वाले भारतीय नागरिकों की सूची तैयार कर रहा है, जिससे अपेक्षित चिकित्सा जांच के बाद उनके आरोहण में सुविधा होगी। पहली यात्रा के दौरान कुल 1000 नागरिकों को वापस लाने की योजना है, जो जहाजों पर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं तथा वहन क्षमता के साथ-साथ कोविड से संबंधित सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों के अनुसार है।
भारतीय नौसेना जहाजों को निकासी अभियान के लिए विशेष रूपसे सुविधा प्रदान की गई है। समुद्री यात्रा के दौरान वापस लाए जाने वाले नागरिकों को सामान्य सुविधाएं तथा चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रोटोकॉल भी निर्धारित किए गए हैं। वापस आने वाले भारतीय नागरिकों को केरल के कोच्चि बंदरगाह पर उतारा जाएगा और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी केरल राज्य के अधिकारियों को सौंपी गई है। ऑपरेशन समुद्र सेतु रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियों और राज्य सरकारों के साथ घनिष्ठ समन्वय से चलाया जा रहा है।