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Wednesday 27 May 2020 04:43:22 PM
नई दिल्ली। भारत-चीन में बढ़ते सैन्य टकराव के बीच भारतीय सेना कमांडरों का सम्मेलन 27-29 मई तक हो रहा है। यह सम्मेलन अप्रैल 2020 में आयोजित होना था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित करना पड़ गया था। अब इसे दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। दूसरा चरण जून 2020 के अंतिम सप्ताह में होगा। उल्लेखनीय है कि सेना कमांडरों का सम्मेलन एक शीर्षस्तर का आयोजन है, जो साल में दो बार होता है, इस दौरान अवधारणाओं के स्तरपर विचार-विमर्श किया जाता है और महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों के साथ इसका समापन होता है। सम्मेलन में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख भाग ले रहे हैं।
भारतीय सेना का शीर्षस्तर का नेतृत्व मौजूदा उभरती सुरक्षा एवं प्रशासनिक चुनौतियों पर विचार-मंथन और भारतीय सेना के लिए आगे की रूपरेखा तय कर रहा है। सेना में सभी पहलुओं या बारीकियों पर व्यापक चर्चाएं सुनिश्चित करने के लिए सारे ही महत्वपूर्ण निर्णय कॉलेजिएट सिस्टम के माध्यम से लिए जाते हैं, जिसमें सेना के कमांडर और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं। साउथ ब्लॉक में होने वाले पहले चरण में लॉजिस्टिक्स और मानव संसाधन से जुड़े अध्ययनों सहित परिचालन और प्रशासनिक मुद्दों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चाएं की जाएंगी। भारत-चीन तनातनी को देखते हुए दिल्ली में काफी गहमागहमी है। भारत ने कहा है कि वह अपनी सीमा से एक इंच भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। चीन ने भारत-चीन सीमा पर फाइटर जेट तैनात किए हैं तो भारत ने भी लद्दाख में अपने सैनिक बढ़ा दिए हैं।