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Saturday 30 May 2020 11:14:55 AM
विशाखापत्तनम। भारतीय नौसेना में कमांडिंग ऑफिसर कमोडोर राजेश देबनाथ ने वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन एफओसी-इन-सी (पूर्व) की उपस्थिति में आईएनएस कलिंग में मिसाइल पार्क 'अग्निप्रस्थ' की आधारशिला रखी। मिसाइल पार्क 'अग्निप्रस्थ' का निर्माण पूरा हो जाने के बाद इसे आईएनएस कलिंग के उनसभी अधिकारियों, नाविकों और सहायक कर्मचारियों केप्रति समर्पित कर दिया जाएगा, जिन्होंने वर्ष 1981 में इसकी स्थापना के बादसे ईएनसी के इस ऑप-सपोर्ट बेस में अपनी सेवाएं प्रदान की हैं।
अग्निप्रस्थ मिसाइल पार्क का उद्देश्य 1981 से लेकर अबतक आईएनएस कलिंग के मिसाइल इतिहास की झलक दिखाना है। मिसाइल पार्क की स्थापना मिसाइलों और ग्राउंड सपोर्ट इक्विपमेंट की प्रतिकृति केसाथ की गई है, जो यूनिट की संचालित मिसाइलों के विकास को प्रदर्शित करते हैं। इन प्रदर्शनियों को स्क्रैप/अप्रयुक्त इन्वेंट्री से बनाया गया है, जिन्हें आंतरिक रूपसे पुनर्निर्मित किया जा रहा है। इसका मुख्य आकर्षण पी-70 'अमेटिस्ट' है, जोकि पुराने 'चक्र' (चार्ली-1 पनडुब्बी) के शस्त्रागार से पानी में प्रक्षेपित की गई एक एंटीशिप मिसाइल है, जो 1988-91 के दौरान भारतीय नौसेना में सेवारत थी।
मिसाइल पार्क अग्निप्रस्थ स्कूली बच्चों से लेकर नौसेनाकर्मियों और उनके परिवारों केलिए मिसाइलों और संबंधित प्रौद्योगिकियों के बारेमें उत्सुक मन केलिए प्रेरणा और कौतूहल केलिए एक वन-स्टॉप रंगभूमि प्रदान करेगा। इसका उद्देश्य यूनिट की भूमिका में स्वामित्व और गौरव की भावना को प्रोत्साहित करना है और रैंक/ व्यापार की परवाह किए बिना हर समय लक्ष्य केलिए आयुध उपलब्धता, विश्वसनीयता और वितरण के व्यापक उद्देश्य की प्राप्ति की दिशा में सैन्यकर्मियों के योगदान की आवश्यकता को उजागर करना है। मिसाइल पार्क को वर्ष 2018-19 के लिए आईएनएस कलिंग के प्रतिष्ठित यूनिट प्रशस्तिपत्र से सम्मानित भी किया गया था।