स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 26 June 2020 06:27:32 PM
नई दिल्ली/ लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए आज आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोज़गार अभियान का उद्घाटन किया, इस अभियान के अंतर्गत पलायन करके आए श्रमिकों और कामगारों को रोज़गार के अवसर प्रदान करने के साथ स्थानीय उद्यम को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने आपदा को अवसर में बदल दिया है, अन्य राज्यों को भी इसी प्रकार आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोज़गार अभियान से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और वे इससे प्रेरित होंगे। प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के लोगों के साहस और उनकी बुद्धिमानी की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राज्य सरकार ने स्थिति को संभाला है, वह भी अभूतपूर्व और प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से होने वाली कठिनाइयों को पार करने में हर कोई सक्षम होगा और जब तक इसका कोई टीका नहीं मिलता है, तबतक दो गज की दूरी को बनाए रखना, चेहरे को मास्क से ढंकना सबसे अच्छी सावधानी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में कोरोना से लड़ने में डॉक्टरों, अर्द्ध चिकित्सा कर्मचारियों, स्वच्छता कर्मचारियों, पुलिस, आशा बहनों, आंगनवाड़ियों, बैंकों, डाकघरों, परिवहन सेवाओं, श्रमिकों के योगदान की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों की सुविधा प्रदान करके राज्य के प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के यूपी सरकार के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि देशभर से 30 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक कुछ हफ्ते में उत्तर प्रदेश में अपने गांव लौट आए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति की गंभीरता को समझा और सरकार ने इस स्थिति को देखते हुए युद्धस्तर पर काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत गरीबों और प्रवासी श्रमिकों को मुफ्त में राशन मुहैया कराने में भी उत्तर प्रदेश सरकार ने बेहद तत्परता से काम किया है, इसका लाभ उन लोगों को भी मिला, जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं, इसके अलावा उत्तर प्रदेश की 75 लाख गरीब महिलाओं के जन धन खाते में लगभग 5 हजार करोड़ रुपये सीधे हस्तांतरित किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान की तरह उत्तर प्रदेश भारत को तेजगति के साथ आत्मनिर्भरता के रास्ते पर ले जाने के अभियान में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत श्रमिकों की आय बढ़ाने के लिए गावों में कई कार्य शुरु किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें से लगभग 60 लाख लोगों को ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं के अंतर्गत एमएसएमई में रोज़गार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों को स्वरोज़गार प्रदान करने के लिए मुद्रा योजना के अंतर्गत 10,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब देशभर में आत्मनिर्भर रोज़गार अभियान के तहत ऐसे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उद्योगों के समूह बनाए जा रहे हैं तो उत्तर प्रदेश को काफी फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने हाल ही में कृषि में घोषित सुधारों पर प्रकाश डाला, जिसमें किसानों को कानून के तहत विभिन्न बंधनों से मुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि अब किसान भारत में कहीं भी अपनी उपज बेचने के लिए स्वतंत्र हैं और वह अपनी कीमत बुवाई के समय निर्धारित कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पशुधन और डेयरी क्षेत्र के लिए 15 हजार करोड़ रुपये का एक विशेष बुनियादी ढांचा कोष बनाया गया है। प्रधानमंत्री ने कुशीनगर हवाईअड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने का भी उल्लेख किया, जो बौद्ध सर्किट को बढ़ावा देने के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण कार्य है, इससे पूर्वांचल में हवाई संपर्क मजबूत होगा और देश-विदेश में मौजूद महात्मा बुद्ध के करोड़ों श्रद्धालु आसानी से उत्तर प्रदेश पहुंच सकेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल तीन वर्ष में गरीबों के लिए 30 लाख से अधिक पक्के मकान बनाए गए हैं, यूपी को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है, यूपी सरकार ने पारदर्शी तरीके से 3 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। नरेंद्र मोदी ने राज्य में शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया और बताया कि 3 वर्ष में पूर्वांचल क्षेत्र में एंसेफलाइटिस के रोगियों की संख्या 90 प्रतिशत तक कम हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार की बात कही। प्रधानमंत्री ने विभिन्न लाभार्थियों और हितधारकों के साथ उनके अनुभवों के बारे में बातचीत की, इनमें विनीता पाल हैं, जिन्होंने गोंडा में एक स्वयं सहायता समूह का नेतृत्व किया, तिलक राम बहराइच जिले से थे, जो प्रधानमंत्री आवास योजना के एक लाभार्थी हैं, अमरेंद्र कुमार संत कबीरनगर जिले से थे जो एक उद्यमी हैं। प्रधानमंत्री ने विभिन्न प्रवासी श्रमिक कुर्बान अली, मुंबई से गोरखपुर लौटे नागेंद्र सिंह और जालौन जिले के दीपू के साथ भी बातचीत की। इन लोगों ने राज्य सरकार के सहयोग की सराहना की।