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Thursday 30 July 2020 06:05:49 PM
नई दिल्ली/ देहरादून। केंद्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अप्रैल 2017 में शिमला से दिल्ली के लिए पहली उड़ान (यूडीएएन) सेवा को हरी झंडी दिखाने के बाद से अबतक 45 हवाई अड्डों और 3 हेलीपोर्ट्स को जोड़ने वाले 274 उड़ान रूट परिचालन में आ चुके हैं। उड़ान-आरसीएस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड में पवनहंस की पहली हेलीकॉप्टर सेवा के शुभारम्भ पर हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हेली सेवा की शुरुआत और इन नए रूटों के खुलने से उत्तराखंड राज्य के लोग ज्यादा नजदीक आएंगे और क्षेत्र में व्यवसाय और पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा।
पवन हंस सेवा से देहरादून, नई टिहरी, श्रीनगर और गोचर के बीच संपर्क सुनिश्चित होगा। नई दिल्ली में वर्चुअली हरी झंडी दिखाने के अवसर पर एमओसीए सचिव प्रदीप सिंह खैरोला, एमओसीए संयुक्त सचिव ऊषा पाढे, पवनहंस लिमिटेड के सीएमडी संजीव राजदान उपस्थित थे। उसी समय पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रूट का शुभारम्भ किया। नई हेली सेवा की शुरुआत से उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों के बीच हवाई संपर्क बढ़ गया है, इससे औसत यात्रा समय घटकर 20-25 मिनट रह जाएगा। इससे चारधाम के लिए भी यात्रा आसान हो जाएगी। पवनहंस लिमिटेड इस रूट पर सप्ताह में तीन दिन हेलीकॉप्टर सेवा का परिचालन करेगी। उत्तराखंड में आम लोगों के लिए किराए को किफायती बनाए रखने के लिए उड़ान योजना के अंतर्गत परिचालक और यात्री दोनों ही वायबिलिटी गैप फंडिंग उपलब्ध कराई गई है।
रूट के लिए किराया 2,900 रुपये प्रति सीट तय किया गया है। एमओसीए ने उड़ान 2 की निविदा प्रक्रिया के अंतर्गत देहरादून-नई टिहरी-श्रीनगर-गोचर रूट पवनहंस लिमिटेड को आवंटित किया है। पवनहंस के सीएमडी ने बताया कि जल्द ही देहरादून से पंतनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और देहरादून से मसूरी को जोड़ने वाले दो अन्य नेटवर्क्स पर परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। हरदीप सिंह पुरी ने इसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तराखंड के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत के साथ हम नई टिहरी और श्रीनगर से 6 नए रूट और 2 हेलीपोर्ट्स जोड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उड़ान के तीन चरण पहले ही पूरे कर लिए गए हैं और अभी तक 19 राज्यों तथा 2 संघ शासित क्षेत्रों में उड़ान सेवाओं में लगभग 50 लाख यात्री यात्रा कर चुके हैं। उड़ान के चौथे चरण पर अभी काम चल रहा है।