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Thursday 13 August 2020 05:34:45 PM
श्रीनगर। कटरा (जम्मू-कश्मीर)-दिल्ली एक्सप्रेस सड़क कॉरिडोर का कार्य शुरू हो गया है, जो वर्ष 2023 तक तैयार हो जाएगा। यह अपनी तरह का एक विशेष सड़क कॉरिडोर होगा, जिसके बनने के बाद कटरा से दिल्ली की यात्रा का समय घटकर साढ़े छह घंटे और जम्मू से दिल्ली का समय लगभग छह घंटे हो जाएगा। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया है कि इस एक्सप्रेस सड़क कॉरिडोर के कार्यशील हो जाने के बाद लोग रेल या हवाई मार्ग से यात्रा करने के बजाय सड़क मार्ग से दिल्ली-जम्मू-कटरा आना-जाना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सड़क गलियारे की पहचान यह है कि यह कटरा और अमृतसर के पवित्र शहरों को भी जोड़ेगा और इन दोनों गंतव्यों के बीच कुछ अन्य प्रमुख महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के लिए संयोजकता प्रदान करेगा।
डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि मैसर्स फीडबैक कंसल्टेंट्स लिमिटेड का सर्वेक्षण और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी होने के बाद जमीनी स्तर पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत का अनुमान है और जिन महत्वपूर्ण शहरों से यह एक्सप्रेसवे कॉरिडोर निकलेगा, इनमें जम्मू-कश्मीर का जम्मू और कठुआ तथा पंजाब के जालंधर, अमृतसर, कपूरथला और लुधियाना जैसे शहर होंगे। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पठानकोट और जम्मू के बीच के राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण भी किया जा रहा है, इसे 4-लेन से बढ़ाकर 6-लेन का करने की योजना है, जिससे जम्मू, कठुआ और पठानकोट के बीच आवागमन सुगम होने से इन इलाके के लोगों को भी काफी लाभ मिलेगा।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह सड़क गलियारा उद्योग और पूरे क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि इससे कठुआ और जम्मू जैसे शहरों में आर्थिक हब के विकास का भी मार्ग प्रशस्त होगा। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि वे लोकसभा में इसी कटरा वैष्णो देवी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और 2015 से ही इस परियोजना को आगे बढ़ा रहे थे। उन्होंने इस आशय का एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसे सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा स्वीकार कर लिया गया था, लेकिन प्रक्रियागत मुद्दों के कारण इसमें समय लगा। सड़क गलियारे को तीन वर्ष की अवधि के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले छह वर्ष के दौरान इस क्षेत्र में ऐतिहासिक रूपसे नई सड़कों और पुलों की एक श्रृंखला तैयार करने के लिए केंद्र सरकार ने काफी धनराशि स्वीकृत की है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ स्मारकों के अत्याधुनिक बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने विशेष पहल की है, जिसके परिणामस्वरूप चेन्नई-नाशरी सुरंग पर कार्य शुरू हो गया है, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था और इसका नामकरण डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किया गया है।