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Thursday 7 January 2021 05:55:11 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जब वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर रेवाड़ी-मदार खंड देश को समर्पित किया तो कहा कि देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए चल रहे महायज्ञ ने आज एक नई गति हासिल की है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बीते 10-12 दिन की ही बात करें तो आधुनिक डिटिजल इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए, दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड शुरु हुआ, ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरुआत हुई, गुजरात के राजकोट में एम्स, ओडिशा के संबलपुर में आईआईएम के परमानेंट कैंपस का काम, दुनिया की बेहतरीन टेक्नोलॉजी के साथ देश के 6 शहरों में 6 हजार घर बनाने का काम शुरु हुआ, नेशनल एटॉमिक टाइम स्केल और 'भारतीय निर्देशक द्रव्य प्रणाली' राष्ट्र समर्पित की गई, देश की पहली राष्ट्रीय पर्यावरण मानक प्रयोगशाला का शिलान्यास हुआ, 450 किलोमीटर लंबी कोच्चि-मैंगलुरू गैस पाइपलाइन का लोकार्पण हुआ, महाराष्ट्र के सांगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार के लिए सौवीं किसान रेल चली, पश्चिमी समर्पित माल गलियारे के न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा फ्रेट कॉरीडोर रूट पर पहली मालगाड़ी दौड़ी और आज पश्चिमी समर्पित माल गलियारे का यह 306 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर देश को समर्पित हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सोचिए सिर्फ 10-12 दिन में इतना कुछ, जब नए साल में देश का आगाज अच्छा है तो आने वाला समय और भी अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिन पहले भारत ने कोरोना की दो मेड इन इंडिया वैक्सीन भी स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि समर्पित माल गलियारे प्रोजेक्ट को 21वीं सदी में भारत के लिए गेम चेंजर के रूपमें देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जो न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन शुरु हुआ है, वहां मालगाड़ियों की स्पीड 90 किलोमीटर प्रति घंटा से ऊपर तक दर्ज की गई है, जिस रास्ते में मालगाड़ियों की औसत स्पीड सिर्फ 25 किलोमीटर रही हो, वहां अब पहले से करीब-करीब 3 गुना ज्यादा तेज मालगाड़ी चलने लगी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को पहले के मुकाबले विकास की यही स्पीड चाहिए और देश को ऐसी ही प्रगति चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के न्यू अटेली से राजस्थान के न्यू किशनगढ़ के लिए पहली डबल स्टेक कंटेनर मालगाड़ी रवाना की गई है यानी डिब्बे के ऊपर डिब्बे, वो भी डेढ़ किलोमीटर लंबी मालगाड़ी ये अपने आपमें बहुत बड़ी उपलब्धि है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन एनसीआर, हरियाणा और राजस्थान के किसानों, उद्यमियों, व्यापारियों, हर किसी के लिए नई उम्मीदें, नए अवसर लेकर आया है। उन्होंने कहा कि ये समर्पित माल गलियारा देश के तेज़ विकास के कॉरिडोर भी हैं, ये कॉरिडोर देश के अलग-अलग शहरों में नए ग्रोथ सेंटर और ग्रोथ प्वाइंट के विकास का आधार भी बनेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन पर एक तरफ पंजाब से हज़ारों टन अनाज की खेप लेकर गाड़ी निकली, वहीं दूसरी तरफ झारखंड, मध्य प्रदेश के सिंगरौली से हज़ारों टन कोयला लेकर मालगाड़ी एनसीआर, पंजाब और हरियाणा पहुंची, यही काम पश्चिमी फ्रेट कॉरिडोर भी यूपी, हरियाणा से लेकर राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में करेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा और राजस्थान में खेती और उससे जुड़े व्यापार को तो आसान बनाएगा साथ ही महेंद्रगढ़, जयपुर, अजमेर, सीकर, ऐसे अनेक जिलों में उद्योगों को नई ऊर्जा भी देगा, इन राज्यों की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स और उद्यमियों के लिए काफी कम लागत पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक तेजी से पहुंचने का मार्ग खुल गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात और महाराष्ट्र के बंदरगाहों तक तेज़ और सस्ती कनेक्टिविटी मिलने से इस क्षेत्र में निवेश की नई संभावनाओं को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम सब भली-भांति जानते हैं कि आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, जितनी जीवन के लिए जरूरी है उतना ही कारोबार के लिए आवश्यक है और हर नई व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए भी इसी से जन्म मिलता है, इसी से सामर्थ्य मिलता है, इनसे जुड़ा कार्य, अर्थव्यवस्था के अनेक इंजनों को गति देता है, इससे सिर्फ मौके पर ही रोज़गार नहीं बनता बल्कि दूसरे उद्योग जैसे सीमेंट, स्टील, ट्रांसपोर्ट, जैसे अनेक सेक्टर्स में भी नए रोज़गार का निर्माण होता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस डेडिकेडेट फ्रेट कॉरिडोर से ही 9 राज्यों में 133 रेलवे स्टेशन कवर होते हैं, इन स्टेशनों पर इनके साथ नए मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, फ्रेट टर्मिनल, कंटेनर डिपो, कंटेनर टर्मिनल, पार्सल हब जैसी अनेक व्यवस्थाएं विकसित होंगी, जिनका लाभ किसानों को होगा, छोटे उद्योगों को होगा, कुटीर उद्योगों को होगा, बड़े मैन्यूफैक्चरर्स को होगा। उन्होंने कहा कि ये रेलवे का कार्यक्रम है, पटरियों की बात स्वभाविक है, आज भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर का काम दो पटरियों पर एक साथ चल रहा है। एक पटरी-व्यक्ति के निजी विकास को आगे बढ़ा रही है तो दूसरी पटरी से देश के ग्रोथ इंजन्स को नई ऊर्जा मिल रही है, देश में सामान्य मानवी के लिए घर, टॉयलेट, पानी, बिजली, गैस, सड़क, इंटरनेट जैसी हर सुविधा को उपलब्ध कराने का अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान, सौभाग्य, उज्जवला, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, जैसी अनेक योजनाओं से करोड़ों भारतीयों का जीवन सरल हो, सहज हो, आत्मविश्वास से भरा हुआ हो और सम्मान के साथ जीने का अवसर मिले इसलिए ये कल्याण के काम भी तेजी से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हाइवे, रेलवे, एयरवे, वॉटरवे की कनेक्टिविटी पूरे देश में तेज़ी से पहुंचाई जा रही है, ट्रांसपोर्ट को अलग-अलग माध्यमों को कनेक्ट किया जा रहा है, मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी पर फोकस किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज देशभर में इंड्स्ट्री के लिए विशेष व्यवस्थाएं तैयार की जा रही हैं, दुनिया देखती है कि भारत में बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है तो उसका एक और सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, आज दुनिया का भारत पर लगातार भरोसा बढ़ रहा है, इस कार्यक्रम में जापान के राजदूत सुजुकी भी हैं, जापान और जापान के लोग भारत की विकास यात्रा में एक भरोसेमंद मित्र हैं, इस कारिडोर के निर्माण में भी जापान ने आर्थिक सहयोग के साथ ही भरपूर टेक्नोलॉजी सपोर्ट भी दिया है, मैं जापान और जापान के लोगों का अभिनंदन करता हूं।उन्होंने कहा कि ये तालमेल भारतीय रेलवे को भी निरंतर आधुनिक बना रहा है, कौन भूल सकता है हमारे यहां रेल यात्रियों के क्या अनुभव होते थे? हम भी उन मुश्किलों के साक्षी रहे हैं, बुकिंग से लेकर यात्रा समाप्ति तक शिकायतों का ही अंबार रहता था, साफ-सफाई हो, समय पर ट्रेन चले, सर्विस हो, सुविधा हो या सुरक्षा, मानवरहित फाटकों को खत्म किया जाए, हर स्तर पर रेलवे में बदलाव लाने की मांग होती रही है, बदलाव के इन कामों को बीते वर्षों में नई गति दी गई है। उन्होंने कहा कि स्टेशन से लेकर डिब्बों के भीतर तक साफ-सफाई हो या खाने-पीने से जुड़ी व्यवस्थाओं में सुधार हो या टिकिट बुकिंग के लिए आधुनिक व्यवस्था, तेजस एक्सप्रेस हो, वंदे भारत एक्सप्रेस हो, भारतीय रेलवे आधुनिक हो रही है, तेजी से हो रही है और भारत को तेज गति से आगे ले जाने के लिए हो रही है। उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य की राजधानी रेलवे से जुड़ जाएगी, भारतीय रेलवे आज मेक इन इंडिया से लेकर बेहतरीन इंजीनियरिंग की भी मिसाल बन रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि रेलवे की ये गति भारत की प्रगति को नई ऊंचाई देती रहेगी, कोरोना काल में रेलवे के साथियों ने जिस तरह काम किया, श्रमिकों को अपने घर पहुंचाया, आपको खूब सारा आशीर्वाद मिला है, देश के लोगों का रेलवे के हर कर्मचारी पर स्नेह और आशीर्वाद दिन-प्रतिदिन बढ़े, मेरी यही कामना है। राजस्थान के गवर्नर कलराज मिश्र, हरियाणा के गवर्नर सत्यदेव नारायण आर्य, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, मंत्रिमंडल सहयोगी पीयूष गोयल, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी, राव इंद्रजीत सिंह, रतनलाल कटारिया, कृष्णपाल, संसद सदस्य, विधायक, भारत में जापान के राजदूत सतोशी सुजुकी इस वर्चुअली कार्यक्रम में उपस्थित थे।