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Saturday 13 March 2021 02:55:31 PM
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नई दिल्ली के राय पिथौरा किला में आज़ादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में 75 सप्ताह तक चलने वाले आज़ादी के अमृत महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। महाराजा पृथ्वीराज चौहान को याद करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि राय पिथौरा किला दुश्मनों के खिलाफ भारत के संघर्ष के बड़े केंद्र में से एक था, इसलिए यह भारत की आज़ादी के 75वें वर्ष पर आज़ादी का अमृत महोत्सव के आयोजन के लिए सबसे अच्छी जगह है। भारत की लोकतांत्रिक विरासत पर ओम बिरला ने कहा कि हालांकि हम अपनी स्वतंत्रता का 75वां वर्ष विदेशी शासकों से मुक्ति को लेकर माना रहे हैं, लेकिन भारत के पास हजारों वर्षों की समृद्ध लोकतांत्रिक और सांस्कृतिक विरासत है। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। उन्होंने कहा कि असाधारण विविधताओं के बावजूद भारत ने हमेशा सत्ता के सुचारू हस्तांतरण को देखा है, जो लोकतंत्र में हमारी गहरी आस्था का प्रतीक है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 75 वर्ष में भारत में विकास के बारे में कहा कि भारत ने बहुत तेजी से प्रगति की है और इसने लोकतांत्रिक सशक्तिकरण के नए अध्याय खोले हैं एवं भारत ने उन्हें गलत साबित किया है, जिन्होंने आजादी के समय हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर शक किया था। ओम बिरला ने कहा कि हमने अपनी प्रतिबद्धता, समर्पण, कड़ी मेहनत और सामूहिक प्रयासों से चुनौतियों को पार किया और अपने लोकतंत्र को सफल बनाया है। ओम बिरला ने कहा कि 75 वर्ष में भारत में सत्रह आम चुनाव हुए हैं और चार सौ से अधिक विधानसभा चुनाव हुए हैं, इस अवधि के दौरान कई दलों ने सरकारें बनाई और सत्ता से बेदखल भी हुए, लेकिन जमीनी स्तरपर हमारा लोकतंत्र मजबूत हुआ है, चुनाव प्रक्रियाओं में बड़ी संख्या में युवा और महिला भागीदारी ने भी हमारे लोकतंत्र को और ज्यादा मजबूती प्रदान की है। सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि अनेकता में एकता ही भारत की ताकत है, भाषाई, धार्मिक और क्षेत्रीय विविधताओं के बावजूद हम अपनी भारतीयता को बनाए रखने में सफल हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि हमारा लक्ष्य एक भारत श्रेष्ठ भारत है और यह सभी का प्रयास होना चाहिए। कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, युवा मामलों और खेल मंत्री किरेन रिजिजू, वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, जनजातीय मामलों की मंत्री रेणुका सिंह सरुता और संसद सदस्य मीनाक्षी लेखी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, युवा मामलों के मंत्रालय के साथ संस्कृति मंत्रालय ने भी राय पिथौरा किला में दास्तानगोई (कहानी सुनाना) और कथक प्रदर्शन का आयोजन किया। यह कार्यक्रम 15 अगस्त 2022 से ठीक 75 सप्ताह पहले शुरू होने वाले समारोह में से एक है, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में साबरमती आश्रम से गुजरात के नवसारी जिले के दांडी तक 241 मील के मार्च को हरी झंडी दिखाकर 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' की शुरुआत की। आज़ादी का अमृत महोत्सव भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भारत सरकार के कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है।
कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम अगले 75 हफ्तों के लिए अमृत महोत्सव के दौरान युवाओं को पता चलेगा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आज़ादी के लिए कितना बड़ा बलिदान दिया था। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि युवाओं को महोत्सव के दौरान बहुत सी चीजें सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे श्रेष्ठ भारत बनाने में मदद मिलेगी। शिक्षामंत्री ने इस दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने देश के स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी थी। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अगले 100 वर्ष के लिए 'हर काम देश के नाम' का दृढ़ संकल्प लें और इसे हासिल करने के लिए मिशन मोड में काम करें। खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम अगले 75 हफ्तों में अमृत महोत्सव मनाएंगे और इस अवसर पर मैं सभी से देश के उन वीरों के बारे में जानने का अनुरोध करता हूं, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपनी जान दे दी। किरेन रिजिजू ने कहा कि अमृत महोत्सव के माध्यम से हम देश के असली नायकों का सम्मान करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज के भारत और 10-15 साल पहले के भारत के बीच अंतर को समझना जरूरी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल के माध्यम से एकजुट किया है और देश के युवा एक नया भारत बनाएंगे।
वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत का गौरवशाली अतीत है और अमृत महोत्सव हमारी इन 75 वर्षों की उपलब्धियों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करेगा और अगले 25 वर्षों के लिए आगे बढ़ने की रूपरेखा भी देगा। उन्होंने बताया कि 75 साल के जश्न के लिए 5 स्तंभ तय किए गए हैं, ये हैं-स्वतंत्रता संग्राम, 75 पर विचार, 75 पर उपलब्धियां, 75 पर कार्य और 75 पर संकल्प। जनजातीय मामलों की मंत्री रेणुका सिंह सरुता ने कहा कि अमृत महोत्सव के तहत अगले 75 हफ्तों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो युवाओं को प्रेरित करेंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 15 स्थलों की पहचान की है-ग्वालियर में ग्वालियर का किला, दिल्ली में हुमायूं का मकबरा, आगरा में फतेहपुर सीकरी, हैदराबाद में गोलकोंडा का किला, आइजोल में भुवनेश्वरी मंदिर, मुंबई में अगवान खान पैलेस बिल्डिंग, ओडिशा में कोणार्क सूर्य मंदिर, हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा का किला, लखनऊ में रेजिडेंसी बिल्डिंग, झांसी में झांसी का किला, पटना में राजेंद्र प्रसाद का पैतृक घर, कर्नाटक में चित्रदुर्ग का किला, वाराणसी में मान महल घाट, जयपुर में शंकरम, अमरावती और डेग पैलेस, जहां भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के समारोह शुरु होंगे।