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Monday 15 March 2021 01:55:16 PM
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे की पार्सल सेवाएं अब और ज्यादा बेहतर हो गई हैं, समय एवं उचित स्थान पर पार्सल पहुंचाना आसान हो गया है रेलवे के विशाल नेटवर्क के जरिए छोटे व्यवसाय और व्यापारी बड़े शहरों और उत्पादन केंद्रों से अपने माल इत्यादि को तेज, विश्वसनीय और सस्ते तरीके से अपने कारोबारी स्थान तक ढुलाई के लिए पार्सल सेवाओं का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। आम आदमी घरेलू सामान, फर्नीचर, दोपहिया वाहनों इत्यादि की ढुलाई के लिए भी इन सेवाओं का उपयोग करते हैं, जिसके लिए पार्सल सेवाएं ढुलाई का एकमात्र सुविधाजनक साधन हैं। पार्सल के लिए शुल्क का निर्धारण सिर्फ वजन और मात्रा के आधार पर होता है, ना कि वस्तु के प्रकार के आधार पर।
पार्सल प्रबंधन प्रणाली के कम्प्यूटरीकरण को 84 स्थानों से चरण-II में अतिरिक्त 143 स्थानों और चरण-III में 523 स्थानों तक बढ़ा दिया गया है। रेलवे की नई पार्सल सेवाओं की विशेषताओं में है कि पार्सल वेबसाइट www.parcel.indianrail.gov.in पर पार्सल प्रबंधन प्रणाली की सार्वजनिक वेबसाइट के लिए उन्नत उपयोगकर्ता अनुकूल इंटरफेस, पीएमएस में पार्सल जगह के लिए 120 दिन की अग्रिम बुकिंग की सुविधा दी गई है, पीएमएस वेबसाइट पर ऑनलाइन ई-फॉरवर्डिंग नोट मॉड्यूल पर पार्सल के लिए खाली जगह की उपलब्धता दिखाना, पंजीकृत ग्राहकों को अनुमानित किराए के साथ ऑनलाइन फॉरवर्डिंग नोट बनाने की सुविधा देना, कंप्यूटरीकृत काउंटर और खेप के वजन को ऑटोमेटिक रूपसे दर्ज करने वाली इलेक्ट्रॉनिक कांटे के माध्यम से पार्सल कार्यालय में पार्सल की बुकिंग, हाथ में लेने योग्य मोबाइल डिवाइस से बारकोड की स्कैनिंग से जीपीआरएस नेटवर्क ट्रांसमिशन के जरिए स्थिति के अपडेशन के लिए प्रत्येक खेप पर बारकोडिंग की सुविधा दी गई है।
पार्सल बुकिंग से लेकर चढ़ाने, उतारने और पहुंचाने तक प्रत्येक चरण में ग्राहकों (प्रेषक और प्राप्तकर्ता) को बुकिंग के समय दिए गए पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस, पार्सल वेबसाइट से पैकेज की ट्रैकिंग o एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों के लिए मोबाइल एप्लिकेशन o पार्सल ट्रैफिक से निपटने के लिए गैर-पीएमएस स्टेशनों से लोडिंग या अनलोडिंग, राजस्व आंकड़ों को भेजने की सुविधा के लिए एंड्रॉइड आधारित नया एप्लिकेशन, पंजीकृत समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के लिए मालसूची की ऑनलाइन तैयारी के लिए फ्रेट सिस्टम लेजर अकाउंटिंग मॉड्यूल, पट्टा धारकों के रजिस्ट्रेशन के लिए दीर्घकालिक या अल्पकालिक पार्सल पट्टा धारकों के लिए लीज मॉड्यूल और बुकिंग के समय जीएसटीएन पोर्टल के जरिए प्रेषक के ऑनलाइन जीएसटीएन का सत्यापन किया जाएगा। रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुसार पार्सल प्रबंधन प्रणाली के भविष्य में सुधार के लिए मेसर्स क्यूसीआई को प्रणाली के अध्ययन और ग्राहक की प्रतिक्रिया एवं इस क्षेत्र में नए रुझानों पर सुझावों को जोड़ा गया है।