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Saturday 27 March 2021 04:05:49 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कोरिया के रक्षामंत्री सुह वूक ने रक्षा सहयोग पर द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें उन्होंने पिछले कुछ वर्ष में भारत एवं कोरिया गणराज्य के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंधों में तेजी से हुई वृद्धि का उल्लेख किया। वार्ता में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के नए क्षेत्रों और लंबे समय से चली आ रही द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी को मजबूत करने के रास्ते तलाशे गए। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सुह वूक ने स्वीकार किया कि द्विपक्षीय रक्षा सहयोग ने सेना के तीनों अंगों तथा रक्षा प्रौद्योगिकी एवं उद्योग से जुड़ी एजेंसियों का दायरा बहुत हद तक बढ़ा दिया है। दोनों देशों ने पाया कि अनेक बहुपक्षीय क्षेत्रों और संबंधों पर दोनों का आधार एकसमान है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सुह वूक ने रक्षा एवं सुरक्षा संबंधी व्यस्तताओं के साथ-साथ दोनों राष्ट्रों के सशस्त्र बलों की सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं पर कोविड 19 महामारी के प्रभाव पर विचारों का आदान-प्रदान किया। राजनाथ सिंह ने महामारी शमन के प्रयासों में रोक के अभूतपूर्व योगदान की सराहना की। उन्होंने क्षेत्र और इससे आगे बढ़कर स्थायी शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए बहुपक्षीय पहलों के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का और अधिक विकास होना तय है और यह वार्ता हमें प्रोत्साहित करेगी। दोनों रक्षामंत्रियों ने आभासी साधनों से नेतृत्व के विभिन्न स्तरों पर व्यवस्थित वार्षिक संवादों को बनाए रखने के लिए दोनों देशों की विविध एजेंसियों की प्रतिबद्धता पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की गति को बनाए रखा गया है और दोनों देशों के सशस्त्र बल नए सिरे से विश्वास के साथ 2021 से उम्मीद कर रहे हैं।
भारतीय रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे, सचिव रक्षा उत्पादन राज कुमार और रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी बातचीत के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। इससे पहले राजनाथ सिंह और सुह वूक ने दिल्ली छावनी में एक समारोह में भारत-कोरिया मैत्री पार्क का संयुक्त रूपसे उद्घाटन किया, यह पार्क दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का प्रतीक है और कोरियाई युद्ध के दौरान भारतीय सेना के चिकित्सा मिशन के योगदान की बानगी है। उद्घाटन समारोह में कोरियाई वॉर वेटेरन एसोसिएशन के प्रतिनिधियों की उपस्थिति कोरियाई युद्ध में भारतीय सेना के चिकित्सा संबंधी योगदान का प्रमाण थी। दोनों रक्षामंत्रियों ने एक-एक पौधा लगाया। सुह वूक ने इस दौरान कोरियाई वॉर वेटेरन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव अनिल मल्होत्रा को सम्मानित भी किया।