स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 6 April 2021 12:57:46 PM
रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सामना करते वक्त शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर जाकर उन्हें नमन किया और कहा है कि देश उनके शौर्य और बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा, पूरा देश शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है। गृहमंत्री ने कहा कि अशांति के विरुद्ध इस लड़ाई को हम अंतिम रूप देने के लिए संकल्पित हैं। गृहमंत्री ने 3 अप्रैल को सुरक्षाकर्मियों पर हुए नक्सली हमले के मद्देनज़र लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिसिम की समीक्षा के लिए जगदलपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उचस्तरीय बैठक भी की। बैठक के बाद मीडिया से गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के जो जवान शहीद हुए हैं, उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत सरकार और पूरे देश की ओर से श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि बहादुर सुरक्षाकर्मियों का यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाने के लिए उनका बलिदान देश हमेशा याद रखेगा।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाना मोदी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्ष में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंची है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने इसे और आगे बढ़ाने का काम कर दिया है। गृहमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सभी फोर्स के अफसरों के साथ रिव्यू मीटिंग में अफसरों की ओर से ही यह सुझाव आया है कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई की गति किसी तरह से कम न हो, जो यह बताता है कि हमारे जवानों का मोराल अभी भी इंटेक्ट है। गृहमंत्री ने कहा कि वे देश को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि यह लड़ाई रुकेगी नहीं, बल्कि और तीव्र गति के साथ आगे बढ़ेगी, हम इसे अंजाम तक ले जाएंगे और नक्सलवादियों के खिलाफ हमारी विजय निश्चित है। अमित शाह ने कहा कि 5-6 साल में छत्तीसगढ़ के नक्सल क्षेत्रों में जितने भी सुरक्षा कैंप अंदर तक ले जाने थे, उसमें हमें काफी बड़ी मात्रा में सफलता मिली है, छत्तीसगढ़ शासन और भारत सरकार ने मिलकर अंदर जाने की गति को बढ़ाया है और इसी झुंझलाहट में इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विकास के मोर्चे पर भी यहां कई महत्वपूर्ण काम हुए हैं, हालांकि कोरोना के कारण विगत एक साल में गति थोड़ी मंद हुई, लेकिन आदिवासी जनप्रतिनिधि, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और सांसदों की ओर से जितने भी सुझाव मिले उन सभी पर कार्रवाई चालू है। गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें ट्राईबल एरिया के अंदर एक ओर विकास के कामों को तेज करने और दूसरी ओर हथियारबंद गुटों के खिलाफ लड़ाई को तीव्रगति से आगे बढ़ाने तथा उसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए दृढ़ता के साथ लड़ रही हैं। अमित शाह नक्सल घटना से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर बीजापुर जिले के बासागुड़ा सीआरपीएफ कैंप भी गए, वहां मुठभेड़ में शामिल जवानों से संवाद और उनके साथ मिलकर भोजन किया। अमित शाह ने नक्सलवाद को समाप्त करने के सुरक्षाकर्मियों के साहस एवं वीरता को नमन करते हुए कहा कि मैं विश्वास से कह सकता हूं कि यह लड़ाई शीघ्र ही अंजाम तक पहुंचेगी। अमित शाह ने नक्सलियों से लोहा लेते हुए जख्मी हुए पराक्रमी सुरक्षाकर्मियों से रायपुर के अस्पतालों में भेंटकर उनका हाल जाना और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की।