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इंटरनेशनल वर्चुअल इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम

सीईसी ने चुनावों के ए-वेब जर्नल का पहला अंक जारी किया

26 देशों की चुनाव प्रबंधन संस्थाएं और संगठन शामिल हुए

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 6 April 2021 01:21:02 PM

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नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने असम, केरल, पुदुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनावों के दौरान 26 देशों की चुनाव प्रबंधन संस्थाओं और तीन अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लिए इंटरनेशनल वर्चुअल इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम-2021 की मेजबानी की। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने उद्घाटन संबोधन में कहा कि कोविड-19 के चलते दुनियाभर में चुनाव की प्रक्रिया में अप्रत्याशित रूपसे बाधा आई है और भले ही चुनाव कराने में व्यापक चुनौतियां सामने आई हों, लेकिन इससे चुनाव प्रबंधन संस्थाओं को एकसाथ आकर एक-दूसरे की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को साझा करने एवं सीखने का अवसर भी मिला है। सुनील अरोड़ा ने इस मुश्किल दौर में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान ईसीआई के अनुभव को भी सामने रखा। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच चुनाव आयोग का उद्देश्य स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, बेहतर और सुरक्षित चुनाव कराना है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस अवसर पर ए-वेब जर्नल ऑफ़ इलेक्शन के पहले अंक का विमोचन भी किया। सुनील अरोड़ा ने कहा कि यह अकादमिक पत्रिका अकादमिक जगत से जुड़े बुद्धिजीवियों और चुनावी पटल पर चलने वाली परिपाटी के बीच की खाई को पाटेगी। उन्होंने कहा कि यह बौद्धिक पत्रिका विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों को ध्यान में रखकर निकाली गई है। उन्होंने इस प्रयास में ए-वेब के महासचिव जोंगहुन चो और उनके सहयोगियों से मिले जबरदस्त सहयोग की भी सराहना की। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चार राज्यों-असम, केरल, तमिलनाडु एवं पश्चिम बंगाल और केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी में विधानसभा चुनावों की व्यापकता के बारे में एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया, जिनमें 824 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 187.2 मिलियन मतदाता भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने नागरिकों की भागीदारी और पारदर्शिता के उद्देश्य से सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाया है।
इंटरनेशनल वर्चुअल इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम का मूल्यांकन प्रस्तुत करते हुए निर्वाचन आयोग के महासचिव उमेश सिन्हा ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग दुनियाभर के चुनाव प्रबंधन निकायों के साथ सहयोग बढ़ाने की दिशा में बेहद सक्रिय है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि इस आईईवीपी-2021 में 26 से अधिक देशों के 106 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को एक लघु फिल्म के माध्यम से असम, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल और केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी में चुनावों और ए-वेब जर्नल से संबंधित एक झलक दिखाई गई। निर्वाचन आयोग ने 2019 में इंडिया ए-वेब सेंटर http://indiaawebcentre.org/ की स्थापना की थी, जिसकी पत्रिका में चुनाव और चुनावी लोकतंत्र विषय पर ए-वेब समुदाय के तथा दुनिया के विभिन्न लोकतंत्रों के प्रख्यात लेखकों, विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और चिकित्सकों के शोध पत्रों, लेखों, पुस्तक समीक्षाओं आदि को प्रकाशित किया जाता है।
ए-वेब इंडिया जर्नल ऑफ इलेक्शन की परिकल्पना उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर की गई है और इसमें ए-वेब समुदाय के सदस्यों और विद्वानों के समीक्षात्मक लेख शामिल किए जाएंगे। आईईवीपी-2021 में अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, बोस्निया और हर्ज़ेगोविना, कंबोडिया, जॉर्जिया, कजाकिस्तान, केन्या, कोरिया गणराज्य, मेडागास्कर, मलावी, मलेशिया, मालदीव, मॉरीशस, मंगोलिया, नेपाल, पनामा, फिलीपींस, रोमानिया, रूस, दक्षिण अफ्रीका, सूरीनाम, यूक्रेन, उज्बेकिस्तान और जाम्बिया समेत 26 देशों तथा 3 अंतर्राष्ट्रीय संगठन और एसोसिएशन ऑफ़ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज़ (ए-वेब) के 106 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। जॉर्जिया और उज्बेकिस्तान के राजदूत, श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त और राजनयिक कोर के सदस्य भी आईईवीपी 2021 में भाग ले रहे हैं।
आईईवीपी में प्रतिभागियों के लिए भारतीय चुनाव प्रक्रिया के व्यापक परिदृश्य, मतदाता सुविधा, ईसीआई की चुनावी पारदर्शिता और पहुंच, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की बदलती जरूरतों व कोविड के कारण आवश्यक नए फॉर्मेट के प्रति ईसीआई की प्रतिक्रिया एवं हो रहे चुनावों के बारे में समीक्षाएं प्रस्तुत की जाएंगी। प्रतिनिधियों को कुछ मतदान केंद्र की वर्चुअल यात्रा कराई जाएगी, ताकि उन्हें चुनाव संचालन, मतदान केंद्र की व्यवस्था और दिव्यांगजनों व वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा आदि की जानकारी मिल सके। प्रतिनिधियों को हितधारकों के साथ बातचीत का अवसर भी प्रदान किया जाएगा।

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