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Wednesday 14 April 2021 11:54:06 AM
नई दिल्ली। बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर पर 1968 में बनी एक दुर्लभ शॉर्ट फिल्म को राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय ने अधिग्रहित किया है। यह फिल्म मराठी भाषा में है, जिसका शीर्षक ‘महापुरुष डॉ आंबेडकर’ है। इसका निर्माण जुलाई 1968 में महाराष्ट्र सरकार के प्रचार निदेशक ने किया था, वहीं इसका निर्देशन नामदेव वटकार ने वाथकर प्रोडक्शन के बैनर तले किया था। इस फिल्म के लिए संगीत प्रतिष्ठित संगीतकार दत्ता डावजेकर ने तैयार किया था। दिग्गज फिल्म कलाकार डेविड अब्राहम इसके नैरेटर थे। नामदेव वटकार मराठी फिल्म उद्योग में एक कुशल अभिनेता एवं निर्देशक थे, जिन्होंने 1957 में सुलोचना अभिनीत फिल्म आहेर और 1956 में हंसा वाडकर अभिनित मुलगा जैसी फिल्मों का लेखन एवं निर्देशन किया था। उन्होंने 1952 में पीएल देशपांडे के साथ राम गबाले की फिल्म गारधानी की कहानी भी लिखी थी।
एनएफएआई के निदेशक प्रकाश मगदूम ने इस अवसर पर कहा है कि डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर पर बनी इस फिल्म की खोज बहुत ही उचित समय पर की गई है, जब हम 14 अप्रैल को भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार की 130वीं जयंती मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह शार्ट फिल्म डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर के जीवन की प्रमुख घटनाओं का काल्पनिक वर्णन करती है और इसमें उनके बाद के वर्षों के लाइव फुटेज भी हैं। फिल्म में डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर के बौद्ध धर्म अपनाने और उनकी नेपाल यात्रा के दृश्यों के साथ मुंबई के दादर चौपाटी में उनके अंतिम संस्कार के क्लोजअप शॉट्स भी हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी मधुकर खामकर ने की है और जीजी पाटिल ने इसका संपादन किया है।
निदेशक प्रकाश मगदूम ने कहा कि यह फिल्म मूल रूपसे 35 एमएम प्रारूप में बनाई गई थी, लेकिन हमने जिस रूपमें इसे पाया है वह एक 16 एमएम की कॉपी है, जो संभवत: ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण के लिए होगी। उन्होंने बताया कि फिल्म की स्थिति मध्यम श्रेणी की है और हम इसे जल्द ही डिजिटल रूप देने की योजना बना रहे हैं, जिससे इस तक लोगों की पहुंच हो सके। उन्होंने कहा कि हम व्यक्तिगत संग्रहकर्ताओं एवं वितरकों सहित सभी से अपील करते हैं कि वे आगे आकर एनएफएआई में फिल्मों या फुटेज को जमा करें, जिससे इन्हें संरक्षित किया जा सके।