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Wednesday 14 April 2021 01:40:09 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतरत्न बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर की 130वी जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अपने संदेश में कहा है कि भारत के संविधान निर्माता डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर की जयंती पर मैं देशवासियों को भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि अपने संपूर्ण प्रेरक जीवन में बाबासाहेब ने भारी मुश्किलों के बीच अपने विशेष मार्ग का निर्माण किया और अपनी असाधारण एवं बहुआयामी उपलब्धियों के लिए देश-विदेश में सराहना हासिल की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बाबासाहेब मानवाधिकारों के पुरजोर समर्थक थे, उन्होंने भारत के वंचित समुदायों के लोगों के सामाजिक एवं आर्थिक स्तर में सुधार और उनके बीच शिक्षा के प्रसार के उद्देश्य से ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ का गठन किया था। राष्ट्रपति ने कहा कि बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर ने एक बेहतर एवं न्यायपूर्ण समाज की कल्पना की थी और जीवनभर इसके लिए संघर्ष किया। राष्ट्रपति ने कहा कि बाबासाहेब एक आधुनिक भारत का निर्माण करना चाहते थे, जहां जाति के आधार पर या किसी अन्य वजह से कोई भेदभाव न हो, जहां सदियों से पिछड़ेपन से जूझ रहीं महिलाएं और समुदाय आर्थिक एवं सामाजिक अधिकारों की समानता का लुत्फ उठा सकें।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोगों खासकर युवाओं से आग्रह करते हुए कहा कि बाबासाहेब की जयंती पर उनके जीवन और विचारों से सबक लेकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लें तथा भारत को मजबूत एवं संपन्न बनाने में योगदान करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बाबासाहेब को नमन करते हुए एक ट्वीट में कहा है कि समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया उनका संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बना रहेगा।