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सेना में स्टाफ कोर्स के स्नातकों का भव्य दीक्षांत

सशस्त्रबलों में उच्च नेतृत्व वाली भूमिका निभाएं-लेफ्टिनेंट जनरल

'ऑफिसर्स निःस्वार्थ भाव से राष्ट्रसेवा में पूरी तरह से समर्पित हों'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 17 April 2021 12:49:55 PM

convocation in wellington for graduates of 76th staff course

वेलिंगटन (तमिलनाडु)। भारतीय सेना में 76वें स्टाफ कोर्स के स्नातकों के लिए डीएसएससी वेलिंगटन में भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। स्टाफ कोर्स में कुल 478 त्रि-सेवा (ट्राई-सर्विसेस) के अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें 21 विदेशी मित्र देशों के 33 अधिकारी भी शामिल हैं। दीक्षांत समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल एमजेएस केहलोन एवीएसएम मुख्य अतिथि के रूपमें मौजूद थे। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिता श्रेणियों में विजेताओं को मेडल्स देकर सम्मानित किया। आर्मी के मेजर अभिजीत सिंह, नौसेना के कमांडर कपिल कुमार और भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर एसएन पोहारे वीएम को बेस्ट स्टूडेंट ऑफिसर की श्रेणी में मानेकशॉ मेडल से सम्मानित किया गया। घाना देश के लेफ्टिनेंट कर्नल एंथनी ब्रैमफॉर्ड ने बेस्ट इंटरनेशनल स्टूडेंट की श्रेणी में सदर्न स्टार मेडल प्राप्त किया।
लेफ्टिनेंट जनरल एमजेएस केहलोन ने इस अवसर पर ओडब्ल्यूएल मैगज़ीन के संस्करण का भी विमोचन किया। लेफ्टिनेंट जनरल एमजेएस केहलोन ने समारोह को संबोधित करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि स्टूडेंट ऑफिसर्स के पास जो प्रतिभा है, जो कौशल और व्यापक व्यावसायिक प्रशिक्षण उन्हें डीएसएससी से मिला है, इन सभी का सदुपयोग करते हुए अब ये स्टूडेंट ऑफिसर्स अधिक आत्मविश्वास और समर्पण के साथ सशस्त्रबलों में उच्च नेतृत्व वाली तमाम भूमिका निभाएंगे। लेफ्टिनेंट जनरल एमजेएस केहलोन ने कहा कि तेज़ी से बदलती युद्ध की प्रकृति के मद्देनज़र ऑफिसर्स को भविष्य में अपने पेशेवर जीवन के हर मोड़ पर नई चीज़ें सीखने और आगे बढ़ने की ज़रूरत है।
लेफ्टिनेंट जनरल एमजेएस केहलोन ने कहा कि ऐसे में ऑफिसर्स को न केवल पारंपरिक युद्ध, बल्कि ग्रे जोन युद्ध और नॉन-काइनेटिक युद्ध की बारीकियों को भी समझने की ज़रूरत है। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि भारत को ऐसे अधिकारियों की ज़रूरत है, जो निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा में पूरी तरह से समर्पित हों। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद इस कोर्स की योजना बनाई गई और किसी बाधा के इसे सुगमता के साथ संपन्न किया गया है। दीक्षांत समारोह का आयोजन शेखोन ऑडिटोरियम में किया गया था, जहां कोविड-19 प्रोटोकॉल्स और एहतियाती उपायों का सख्ती से पालन किया गया।

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