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Tuesday 11 May 2021 12:57:12 PM
पोर्ट ब्लेयर। भारतीय तटरक्षक बल ने मछली पकड़ने वाली नाव एमएफवी कलम्मा से पांच मछुआरों को बचा लिया है, जो 9 मई 2021 को हुतबे के पास बोमिल्ला खाड़ी में फंस गए थे। पोर्ट ब्लेयर के आईसीजी क्षेत्रीय मुख्यालय को डीएटी आईडी-85068 से गैर पंजीकृत संकट चेतावनी ट्रांसमीटर के जरिए मिली थी, जिसपर आईसीजी ने तुरंत खोज और बचाव अभियान शुरु कर दिया और जांच एवं सहायता के लिए हुतबे से तटरक्षक जहाज सी-412 को भेजा। चूंकि चेतावनी अपंजीकृत डीएटी से आई थी, इसलिए नाव और उसके मालिक का विवरण आईसीजी के पास उपलब्ध नहीं था।
तटरक्षक बल ने सूचना को तुरंत मत्स्य अधिकारियों के साथ साझा किया गया और उनसे व्यक्ति एवं नाव की जानकारी को डीएटी के साथ साझा करने का अनुरोध किया गया। तटरक्षक जहाज ने संकटग्रस्त नाव की स्थिति का सफलतापूर्वक पहचान किया और नाव के चालक दल को जरूरी सामान और प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की। मछली पकड़ने के लिए नाव 3 मई 2021 को जंगलीघाट से रवाना हुई थी। बोमिल्ला खाड़ी में मछली पकड़ने के दौरान रात को खराब मौसम के कारण नाव पलट गई और नाव में खारा पानी घुसने के कारण उसका इंजन क्षतिग्रस्त हो गया। तटरक्षक पोत सी-412 से नाव को खींचकर वापस लाया गया और 9 मई को हुतबे पहुंचाया गया।
मछली पकड़ने वाली नाव के चालक दल के सदस्यों के सुरक्षित और स्वस्थ होने की सूचना है। चालक दल को नाव के साथ नाव आगे की औपचारिकताओं के लिए हुतबे में स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। मछली पकड़ने वाली नौकाओं का यह मामला डीएटी के इस्तेमाल के महत्व और समुद्र में जीवन को बचाने में इसकी सार्थकता को सामने लाता है। विभिन्न मंचों पर आईसीजी मछुआरों को न केवल एसएआर का महत्व बता रहा है, बल्कि उन्हें डीएटी पंजीकरण के लिए प्रोत्साहित भी कर रहा है। इस तरह की सफल खोज और बचाव कार्य मिशन एक प्रमुख एसएआर एजेंसी के रूपमें आईसीजी पर मछुआरों के विश्वास को मजबूत करता है।