स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 14 May 2021 02:27:17 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्यमंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत सरकार की सस्ती एवं मध्यम आय वाले आवास 'स्वामी' की विशेष खिड़की से अपनी पहली आवासीय परियोजना पूरी किए जाने के साथ वर्चुअल माध्यम से घर खरीदने वालों को कब्जा सौंपा। उपनगरीय मुंबई में आवासीय परियोजना-रिवाली पार्क भारत की पहली ऐसी आवासीय परियोजना थी, जिसे स्वामी फंड के तहत धन प्राप्त हुआ था। स्वामी फंड का शुभारंभ निर्मला सीतारमण ने नवंबर 2019 में किया था। रिवाली पार्क विंटरग्रीन्स स्वामी फंड से किया गया पहला निवेश है और यह पूरी होने वाली पहली परियोजना भी है, यह 7 एकड़ में फैली एक ऐसी बड़ी परियोजना है, जिसमें विभिन्न विन्यासों वाले 708 घर शामिल हैं।
सीसीआई प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जोकि केबल कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड की एक सहयोगी कंपनी है द्वारा विकसित की गई यह परियोजना रिवाली पार्क विंटरग्रींस है। ऑनलाइन कार्यक्रम में निर्मला सीतारमण एवं कॉरपोरेट कार्य राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ, अतिरिक्त सचिव के राजारमन, एसबीआई के अध्यक्ष दिनेश कुमार खारा और एसबीआई कैप वेंचर्स लिमिटेड के अधिकारी भी उपस्थित थे। वित्तमंत्री ने खुशी जताई कि स्वामी फंड ने अपनी पहली आवासीय परियोजना पूरी कर ली है, यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि स्वामी फंड ने कोविड-19 महामारी के कठिन समय में अपना काम किया है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत सरकार ने विभिन्न समस्याओं से जूझ रही सस्ती और मध्यम आय वाली आवासीय परियोजनाओं को धन मुहैया कराया है, जिससे घर खरीदने वालों को राहत मिली, जिन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई का निवेश इन परियोजनाओं में किया था। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार का यह मानना है कि एकबार इन घरों का निर्माण पूरा हो जाने के बाद इन परियोजनाओं में बड़ी मात्रा में फंसी पूंजी बाहर निकल आएगी। वित्तमंत्री ने कहा कि यह परियोजना निर्माण क्षेत्र में लगे श्रमिकों को रोज़गार देगी और इस्पात एवं सीमेंट जैसे संबद्ध उद्योगों को गति प्रदान करेगी, इसके अलावा यह बैंकों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के पोर्टफोलियो में बेहतरी लाएगी और आर्थिक सुधार करेगी। निर्मला सीतारमण ने एसबीआईकैप वेंचर्स की टीम को नीतिगत घोषणा को एक ऐसे ऑन-द-ग्राउंड फंडिंग संस्थान में बदलने के लिए सराहना और बधाई दी, जिसने थोड़े समय के भीतर महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है।
आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा कि रियल एस्टेट उद्योग भारत में रोज़गार सृजन करने वाला दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है और आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने पिछले कुछ वर्ष में आरईआरए, जीएसटी की दरों को कम करने, पीएमएवाई योजना आदि जैसे कई कदम उठाए हैं, ताकि रियल एस्टेट सेक्टर न केवल समस्याओं के चक्रव्यूह से बचे, बल्कि आगे भी बढ़े। एसबीआई के अध्यक्ष दिनेश कुमार खारा ने कहा कि एसबीआई और इसके भागीदारों के समक्ष रखी गई बड़ी उम्मीदों को पूरा करने के लिए स्वामी फंड का प्रबंधन अथक रूपसे किया जा रहा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि एसबीआई समूह रियल एस्टेट क्षेत्र को पुनर्जीवित करने और घर खरीदने वालों को राहत प्रदान करने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप कार्य करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। दिनेश कुमार खारा ने कहा कि पिछले 15 महीने में एसबीआई ने परिचालन के पैमाने को इस स्तर तक बढ़ाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जो आमतौर पर अन्य निजी इक्विटी फंडों से 3 से 4 वर्ष में हासिल की जाती है।
गौरतलब है कि अपनी स्थापना के बाद से डेढ़ वर्ष के छोटे से अंतराल में स्वामी इन्वेस्टमेंट फंड आज भारत की सबसे बड़ी निजी इक्विटी टीमों में से एक बन गई है और इसने कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों के बावजूद सराहनीय काम किया है। इस फंड ने अबतक 72 परियोजनाओं को अपनी अंतिम मंजूरी दी है, जो 44,100 घरों के निर्माण कार्य को पूरा करेगी, जबकि 132 परियोजनाओं को प्रारंभिक मंजूरी मिली है, जो अतिरिक्त 72,500 घरों के निर्माण कार्य को पूरा करेगी। इस प्रकार यह कोष कुल 1,16,600 घरों के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य बना रहा है। यह फंड वित्त के किसी अन्य स्रोत पर निर्भर हुए बिना घरों के निर्माण को पूरा करने और उनके वितरण के जरिए घर खरीदने वालों और डेवलपरों के बीच विश्वास के संकट को कम कर रहा है।