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Monday 24 May 2021 05:22:18 PM
नई दिल्ली। सशस्त्र सेनाएं चक्रवात यास के प्रभाव को कम करने, जान माल की रक्षा करने और नागरिकों को हर सहायता उपलब्ध करने के लिए तैयार हैं। तटरक्षक बल ने 26 मई 2021 को पूर्वी तट पर आनेवाले चक्रवात यास को देखते हुए अपना साजोसामान की तैनाती कर दी है। सभी तटवर्ती, जलीय एवं विमानन इकाइयां हाई अलर्ट पर हैं और आईसीजी जहाजों तथा विमानों को बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में तैनात कर दिया गया है। आईसीजी रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन नाविकों और मछुआरों के लिए एमएमबी रेडियो पर स्थानीय भाषाओं में मौसम से सम्बंधित चेतावनी संदेशों को प्रसारित कर रहे हैं। नैवटेक्स चेतावनियां नियमित रूपसे जारी की जा रही हैं और अंतर्राष्ट्रीय सेफ्टी नेट को इस क्षेत्र में पाए जाने वाले/ पारगमन करने वाले जहाजों को सचेत करने के लिए सक्रिय किया गया है। लंगर में जहाजों को आवश्यक सुरक्षा उपायों के रूपमें शेल्टर लेने तथा सिंगल पॉइंट्स मूरिंग ऑपरेटरों की मदद लेने की सलाह भी दी गई है।
तटरक्षक बल ने बंगाल की खाड़ी के गहरे पानी के साथ-साथ तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के तट पर प्रतिदिन औसतन 16 जहाज और तीन विमान तैनात किए हैं। फुलाकर तैयार की जाने वाली नौकाओं, जीवन रक्षक पेटियों एवं जीवन रक्षक जैकेट के साथ 31 तटरक्षक आपदा राहत दल स्टैंडबाई पर हैं, साथ ही मेडिकल टीमों और एंबुलेंस को भी स्टैंडबाई रखा गया है। आपदा राहत उपायों के साथ आईसीजी ने समुद्र में गईं 254 नौकाओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है तथा अबतक पारगमन कर रहे विभिन्न व्यापारिक जहाजों व एंकरेज में 77 जहाजों को सतर्क किया है। पत्तन प्राधिकरणों, तेल रिग ऑपरेटरों, नौवहन, मत्स्य पालन प्राधिकरणों एवं मछुआरा संघों को किसी भी क्षति से बचने के लिए पहले से ही उपाय किए गए हैं और चक्रवात के बारे में सूचित किया गया है। आईसीजी ने चक्रवात तौकते के बाद पश्चिमी समुद्र तट पर चल रहे खोजबीन और बचाव अभियान को जारी रखते हुए अपने साजोसामान को जुटाया है।
भारतीय वायुसेना के 15 मालवाहक विमानों ने जामनगर, वाराणसी, पटना और एर्नाकुलम से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के 950 कर्मियों और 70 टन सामग्री को कोलकाता, भुवनेश्वर और पोर्टब्लेयर पहुंचाया है। करीब 16 विमान और 26 हेलिकॉप्टर तत्काल तैनाती के लिए तैयार रखे गए हैं। भारतीय नौसेना, जो पश्चिमी तट पर मानवीय सहायता और आपदा राहत तथा बचाव अभियान से निपटी ही थी ने मानवीय सहायता और आपदा राहत की दस खेप भुवनेश्वर और कोलकाता भेजी हैं। पांच खेप पोर्टब्लेयर पर तैयार रखी गई हैं। पूर्वी कमान और अंडमान-निकोबार कमान के आठ पोत राहत पहुंचाने के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। चार गोताखोर और दस बाढ़ राहत टुकडियां कोलकाता, भुवनेश्वर और चिल्का में तैनात की गई हैं। ये टुकडियां बहुत कम समय के बुलावे पर नागरिक प्रशासन को उपलब्ध होंगी।
बाढ़ राहत दल और गोताखोर दल अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलग-अलग स्थानों पर तैनात कर दिए गए हैं। नौसेना के विमान एवं हेलिकॉप्टर राहत-बचाव अभियान चलाने के लिए विशाखापट्टनम और पोर्टब्लेयर में तैयार रखे गए हैं। थलसेना की आठ बाढ़ राहत और इंजीनियर टास्क फोर्स की तीन टुकड़ियां नागरिक प्रशासन के अनुरोध पर तैनात करने के लिए तैयार हैं। सशस्त्रबल प्रभावित राज्यों में नागरिक प्रशासन से संपर्क में हैं। सशस्त्रबल की टीमें कोविड-19 अस्पतालों में उपचार के लिए आवश्यक जीवनरक्षक ऑक्सीजन और दवाओं की बाधारहित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सड़क और रेल संपर्कों को खुला रखने की आवश्यकता से भी अवगत हैं।