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Tuesday 1 June 2021 01:46:03 PM
नई दिल्ली। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के अंतर्गत प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) ने शिल्पकार प्रशिक्षण योजना हेतु शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए दिसंबर-2020 में हुई अखिल भारतीय शिल्प परीक्षा के परिणामों की घोषणा कर दी है। यह योजना 2018 सत्र (द्वितीय वर्ष) और केवल व्यावहारिक और ईडी में पूरक सेमेस्टर सिस्टम और 2018 में एक वर्षीय ट्रेड में भर्ती के लिए देशभर के लगभग 15,000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में लागू की गई है। शिल्पकार प्रशिक्षण योजना के तहत प्रशिक्षुओं के कंप्यूटर आधारित टेस्ट सहित अखिल भारतीय शिल्प परीक्षा जुलाई-2020 में आयोजित की जानी थी, लेकिन कोविड-19 के कारण लगे देशव्यापी लॉकडाउन के चलते औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सितम्बर-अक्तूबर 2020 में ही खोला जा सका और कुछ राज्यों में तो इसमें और भी देरी हुई। इस प्रकार 1600 घंटे के पाठ्यक्रम प्रशिक्षण को पूरा करने के लिए सत्र बढ़ा दिया गया था। प्रशिक्षण महानिदेशालय ने क्रमानुसार परीक्षाएं निर्धारित और आयोजित कीं।
प्रायोगिक और अभियांत्रिकीय आरेखन (इंजीनियरिंग ड्राइंग) विषय के 2 वर्षीय शिल्प ट्रेड-2019 प्रवेश के लिए नवंबर-दिसंबर 2020, फरवरी 2021, मार्च 2021 में और अप्रैल 2021 में 4 चरणों में परीक्षा हुई। सैद्धांतिक भाग में व्यापार सिद्धांत, कार्यशाला विज्ञान और गणना और रोज़गार कौशल के लिए चरण वार दिसंबर 2020 से मध्य अप्रैल 2021 तक, कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में दो स्तरों की अवधि के स्थान पर 3 घंटे के एकल सत्र में परीक्षा हुई। कोविड परिस्थितियों के चलते प्रशिक्षुओं की मदद के लिए ऐसा किया गया था। जो प्रशिक्षु किन्हीं कारणों से इन परीक्षाओं में शामिल नहीं हो सके, उन्हें पूरक परीक्षाओं के साथ-साथ अगले दो महीने में होनेवाली परीक्षा में तब की स्थितियों के अनुसार शामिल होने की अनुमति दी गई है। प्रशिक्षुओं ने परीक्षा में तय की गई दूरी को ध्यान में रखते हुए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को प्रायोगिक और इंजीनियरिंग ड्राइंग विषयों के लिए स्वयं का केंद्र बनाया था। कम्प्यूटर आधारित परीक्षा केलिए एक अपवाद के रूपमें कुछ निजी आईटीआई को भी केंद्र बनाया गया था।
दो वर्ष के शिल्प पाठ्यक्रमों के लिए कुल 5,41,123 प्रशिक्षु परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 3,94,576 प्रशिक्षु उत्तीर्ण हुए। यह इस सत्र के उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं का लगभग 73 प्रतिशत है। प्रशिक्षण महानिदेशालय ने शिकायत निवारण तंत्र यानी एनसीवीटी एमआईएस पोर्टल का भी प्रावधान किया है, जिसपर प्रशिक्षु परिणाम से संबंधित शिकायत दर्ज कर सकते हैं और जिनका निराकरण निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया जाएगा। परिपाटी के अनुसार दीक्षांत समारोह राज्य स्तर पर व्यक्तिगत आईटीआई की भागीदारी के साथ आयोजित किया जाता है। परीक्षाओं में प्रथम आने वाले प्रशिक्षुओं को अंतर्राष्ट्रीय कौशल दिवस यानी 15 जुलाई को राष्ट्रीय स्तरपर सम्मानित किया जाएगा। परीक्षा के परिणाम https://ncvtmis.gov.in/pages/marksheet/validate.aspx पर उपलब्ध हैं।