स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 13 June 2021 02:57:05 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के अनुरूप रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार ने अत्याधुनिक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर एमके-III को भारतीय तटरक्षक बल में शामिल कर लिया है। ये हेलीकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बैंगलुरु ने विकसित और तैयार किए हैं। डॉ अजय कुमार ने मेक इन इंडिया दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए आईसीजी और एचएएल की दृढ़ता की प्रशंसा की। उन्होंने आईसीजी के पास इन उन्नत हेलीकॉप्टरों के होने के महत्व को रेखांकित किया, ताकि उन्हें तटरक्षक बल के संचालन के सभी क्षेत्रों में उपयोग में लाया जा सके। कोविड-19 प्रोटोकॉल को प्राथमिकता देते हुए डिजिटल माध्यमों के जरिए समारोह बैंगलुरु में आयोजित किया गया।
एएलएच एमके-III के समुद्री संस्करण को आईसीजी की आवश्यकताओं को पूरा करने केलिए एचएएल ने 19 अतिरिक्त उपकरणों के घरेलू अनुकूलन के साथ स्वदेश में ही डिजाइन और विकसित किया है। एचएएल अगले साल के मध्य तक आईसीजी को 16 एएलएच एमके-III की आपूर्ति करेगा। ये हेलीकॉप्टर नौसैनिक पोतों से संचालित किए जानेवाले अभियानों के दौरान होने वाले कार्यों को पूरा करने में सक्षम हैं। एएलएच एमके-III समुद्री और हवाई माध्यमों से समन्वित खोज, अवरोध क्षमताओं, तटीय सुरक्षा, खोज और बचाव कार्यों, चिकित्सा सहायता, फंसे हुए लोगों को निकालने तथा प्रदूषण प्रतिक्रिया मिशन आदि केलिए तटरक्षक बल की क्षमताओं में वृद्धि करेंगे। रक्षा सचिव ने दवाओं एवं हथियारों की जब्ती के सफल संचालन तथा चक्रवात तौकते और यास के दौरान लोगों की जान बचाने के लिए आईसीजी की प्रशंसा की।
रक्षा सचिव ने कहा कि सरकार ने आईसीजी को सौंपी गई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को देखते हुए सेवा की क्षमता और इसकी सामर्थ्य वृद्धि को समयबद्ध तरीके से अमल में लाने की आवश्यकता जाहिर की है। एएलएच एमके-III को भुवनेश्वर, पोरबंदर, कोच्चि और चेन्नई में चार तटरक्षक स्क्वाड्रनों में तैनात किया जाएगा। समुद्रतटीय राज्यों के साथ साझी समुद्री सीमाएं अवैध गतिविधियों के लिए अतिसंवेदनशील हैं और ये क्षेत्र अक्सर चक्रवातों के लिए प्रवण होते हैं। ऑपरेशन के साथ ही ये स्क्वाड्रन निर्बाध निगरानी सुनिश्चित करेंगे और समुद्र में संकट में फंसे मछुआरों को सहायता प्रदान करेंगे। तटरक्षक महानिदेशक के नटराजन ने हाल के संयुक्त सफल अभियानों के लिए तटरक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आईसीजी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए हमेशा तैयार है।
तटरक्षक महानिदेशक के नटराजन ने कहा कि एएलएच एमके-III के शामिल होने से पोत जनित संचालन करने और विस्तारित पहुंच के साथ निगरानी कौशल को बढ़ाने की हमारी क्षमता में एक नया बदलाव आएगा। उन्होंने बताया कि जिम्मेदारी के क्षेत्र और उससे आगे की सेवा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए इन हेलीकॉप्टरों को पोतों तथा विमानों के साथ एक समन्वित मैट्रिक्स में तैनात किया जाएगा। कार्यक्रम में एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर माधवन तथा रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।