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मुख्य निर्वाचन अधिकारियों का सम्मेलन

मतदाता जागरुकता और आगामी चुनावों पर चर्चा हुई

आम चुनाव 2019 पर एटलस ई-लॉंच भी किया गया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 16 June 2021 02:07:16 PM

'atlas on general elections 2019' e-launched

नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने वर्चुअल माध्यम से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों का सम्मेलन आयोजित किया, जो मुख्य रूपसे सुचारू, कुशल और मतदाता के अनुकूल सेवाओं, मतदाता सूची की शुद्धता, आईटी अनुप्रयोगों के एकीकरण, व्यापक मतदाता सुलभ कार्यक्रम, मीडिया, संचार रणनीति, व्यय निगरानी, कानूनी मुद्दों, ईवीएम और वीवीपीएटी भंडारण संबंधित बुनियादी ढांचे एवं प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण जैसे प्रमुख विषयगत मुद्दों पर केंद्रित था। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने बैक-एंड सिस्टम में सुधार के लिए इस तरह की आवधिक समीक्षा बैठकों के महत्व पर बल दिया, ताकि प्राथमिकता देकर मतदाता केंद्रित सेवाओं को तेजी से और उचित रूपसे वितरित किया जा सके।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि ऐसी सीईओ बैठकें समीक्षा संस्थागत बनाई जाएंगी और ऐसी बैठकें और भी आयोजित की जाएंगी। सुशील चंद्रा ने इस बात पर जोर दिया कि सीईओ को मतदाता पंजीकरण और अन्य सेवाओं जैसे संशोधन, पते में बदलाव आदि और निर्वाचन आयोग के परेशानी मुक्त सुविधा मंच के बारे में जागरुकता केलिए नए मतदाताओं से जुड़ने के लिए निरंतर प्रयास करने चाहिएं। उन्होंने एक संशोधित और त्रुटिमुक्त मतदाता सूची के महत्व पर ज़ोर दिया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने सीईओ को भविष्य के चुनाव के लिए सीखने और अनुकूलन के लिए चुनाव वाले राज्यों के विभिन्न नवीन कदमों की सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए कहा। निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हाल ही में सम्पन्न चुनाव वाले राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को अपनी सफल सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ाने या एकीकृत तरीकों जैसे अनुपस्थित मतदाताओं के लिए मोबाइल ऐप, आपराधिक इतिहास और मतदान एवं पुलिसकर्मियों को एकाएक रूपसे ड्यूटी के लिए चुनने का सुझाव देना चाहिए।
निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम के भंडारण और आवाजाही के लिए एसओपी के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीईओ ईवीएम भंडारण गोदामों का समय-समय पर भौतिक निरीक्षण सुनिश्चित करें। राजीव कुमार ने कहा कि कोर कमेटी द्वारा जांच किए जा रहे चिन्हित कार्यक्षेत्रों में किए जानेवाले नए सुधारों के लिए सीईओ अपने सुझाव और विचार भेजें। निर्वाचन आयुक्त अनूपचंद्र पांडे ने सीईओ की उनके रचनात्मक सुझाव केलिए सराहना की। उन्होंने कहा कि गैर-चुनाव अवधि का उपयोग मुख्य कार्यकारी अधिकारियों द्वारा जनशक्ति संसाधनों और बुनियादी ढांचे के अंतराल को मजबूत करने और भरने, संचार और जागरुकता गतिविधियों की योजना बनाने और राज्य की विशिष्ट जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण को बढ़ाने के लिए किया जाना चाहिए। महासचिव उमेश सिन्हा ने कहा कि गैर-चुनाव अवधि के दौरान मतदाता सूची को संशोधित करने, मतदाताओं की शिकायतों का निवारण, चुनावी साक्षरता क्लबों और अन्य एसवीईईपी उपायों, स्टाफिंग और बजट मामलों के माध्यम से युवा और भविष्य के मतदाताओं के साथ जुड़ने के लिए पहुंच बनाने वाली गतिविधियों का मुख्य कार्य, सीईओ कार्यालय टीमों का प्रशिक्षण कार्य प्राथमिकता देकर किया जाना चाहिए, ताकि सीईओ कार्यालय आगामी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार रहें।
वरिष्ठ डीईसी धर्मेंद्र शर्मा, डीईसी सुदीप जैन, चंद्रभूषण कुमार और नितेश व्यास ने भी विषयगत मुद्दों पर सीईओ के साथ बातचीत की। सम्मेलन में असम, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने कोरोना महामारी के दौरान चुनाव कराने के अपने अनुभव और सबक साझा किए। गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने विशेष रूपसे आयोग को अपने-अपने राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव केलिए विभिन्न चुनौतियों, नवाचारों और सुझाव के बारे में जानकारी दी। चुनाव आयोग ने समीक्षा बैठक में 'आम चुनाव 2019 पर एटलस' भी ई-लॉंच किया। एटलस में इस स्मारकीय घटना के सभी डेटा और सांख्यिकीय आंकड़े शामिल हैं, 42 विषयगत मानचित्र और चुनाव के विभिन्न पहलुओं को दर्शाने वाली 90 सारणी शामिल हैं। आम चुनाव 2019 एटलस एक सूचनात्मक और उदाहरण दस्तावेज के रूपमें कार्य करता है, जो भारतीय चुनावी प्रक्रिया की बारीकियों को उजागर करता है।
देश की चुनावी विविधता की बेहतर समझ और सराहना के लिए मानचित्र और सारणी चित्रमय तरीके से जानकारी को प्रदर्शित करते हैं। एटलस उन 23 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के डेटा जैसी प्रमुख विशेषताओं को प्रदर्शित करता है, जहां महिला मतदान प्रतिशत पुरुष मतदान प्रतिशत से अधिक था, मतदाताओं, उम्मीदवारों और अन्य मापदंडों के बीच राजनीतिक दलों के प्रदर्शन के मामले में सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र के बारे में जानकारी। ई-एटलस https://eci.gov.in/ebooks/eci-atlas/index.html पर उपलब्ध है। किसी भी तरह के सुझाव आयोग के ईडीएमडी डिवीजन के साथ साझा किए जा सकते हैं।

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