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Saturday 26 June 2021 02:12:32 PM
नई दिल्ली। भारत और विदेशों में नाविकों द्वारा आम लोगों के लिए किए गए महान प्रयासों को याद करते हुए बड़ी संख्या में समुद्री दुनिया के शख्सियतों, नाविकों और परिवारों की उपस्थिति में 25 जून 2021 को 'डे ऑफ द सीफेयर्र-2021' मनाया गया। नाविकों के विश्व अर्थव्यवस्था में योगदान और उनकी नौकरी के दौरान आनेवाले जोखिमों को सहने और व्यक्तिगत क्षति को झेलने के लिए सराहना की गई। पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख मंडाविया ने इस अवसर पर वीडियो संदेश के जरिए नाविकों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी बंदरगाहों पर उन्नत नाविक कल्याण केंद्र उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने अगले दस वर्ष में नाविकों की संख्या को 2,40,000 से बढ़ाकर 5 लाख से ऊपर करने के लिए मैरीटाइम विजन-2030 योजना बनाई है।
पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग राज्यमंत्री ने इच्छा जातई कि महिला नाविकों की हिस्सेदारी बढ़ाई जाए और भारत में समुद्री प्रशिक्षण संस्थानों को नौवहन क्षेत्र में नई चुनौतियों को देखते हुए नाविकों को सर्वोत्तम प्रशिक्षण देने के लिए तैयार किया जाए। उन्होंने बताया कि सरकार ने नाविकों के कल्याण के लिए एक कोष बनाया है। शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का पहला भारतीय ध्वजवाहक पोत 'एमटी स्वर्ण कृष्ण' होने के नाते इस समारोह में महिला अधिकारियों को सम्मानित किया गया और चालक दल के सदस्यों ने भारत में इस ऐतिहासिक पोत पर यात्रा के अपने अनुभव साझा किए। वर्ष 2020 में मेधावी नाविकों को उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। नाविकों और उनके परिवार के सदस्यों ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। सचिव पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय डॉ संजीव रंजन ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को इस चुनौतीपूर्ण समय में बरकरार रखने में नाविक समुदाय के जबरदस्त योगदान की सराहना की।
डॉ संजीव रंजन ने कहा कि इस क्षेत्र में कुशल कामगार की संख्या बढ़ाने के लिए शिपिंग उद्योग को चाहिए कि वह नए कौशल के विकास को प्रोत्साहित करके युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करे। जहाजरानी महानिदेशक अमिताभ कुमार ने नाविकों और उनके परिवारों के कल्याण केलिए सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नाविकों को समय पर कोविड टीकाकरण की पूरी खुराक दिलाने में मदद की जाएगी। उन्होंने बताया कि नई तकनीक पर जोर देने वाले नॉटिकल और इंजीनियरिंग विषयों में दोहरे डिग्री पाठ्यक्रम अगले शैक्षणिक वर्ष से शुरू किए जाएंगे, ताकि नाविकों को शिपिंग क्षेत्र में पारंपरिक और आधुनिक तकनीक के अंतर को पाटने के लिए नई चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार किया जा सके और उनकी रोज़गार क्षमता को बरकरार रखा जा सके। उन्होंने कहा कि उत्पादकता, दक्षता और अनुशासन बढ़ाने के लिए समुद्री क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की जरूरत है।
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन के महासचिव किटक लिम का एक वीडियो संदेश चलाया गया, जिसमें उन्होंने नाविक द्वारा समाज को दिए गए योगदान की सराहना की और कहा कि आइए सुनिश्चित करें अब हम सब उनके लिए अपना योगदान देंगे। राष्ट्रीय समुद्री दिवस समारोह आयोजन समिति के अध्यक्ष अतुल उबाले ने कार्यक्रम में गणमान्य नागरिकों का स्वागत किया और इस दिवस के उत्सव मानने के पीछे का कारण बताया। एनएमसीडीसी (केंद्रीय) समिति के सदस्य सचिव डॉ राउत पांडुरंग ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।