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Thursday 1 July 2021 02:43:52 PM
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के उपलक्ष्य में बहादुर जवानों के वीरतापूर्ण कारनामों को पुरस्कृत करने केलिए उनका एक इंटरेक्टिव वर्चुअल संग्रहालय बनाने की परियोजना शुरु की है। रक्षा मंत्रालय सोसायटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (एसआईडीएम) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) साझेदारी में बिना किसी वित्तीय प्रभाव के इस परियोजना को लागू करेगा। रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार ने नई दिल्ली में एसआईडीएम के अध्यक्ष जयंत डी पाटिल को इस आशय का अनुमोदन पत्र सौंपा और इस प्रोजेक्ट की जल्द से जल्द पूरा होने की उम्मीद जताई।
वर्चुअल म्यूजियम की मेजबानी वीरता सम्मान पोर्टल पर की जाएगी। यह एक गैलरी बिल्डिंग, वॉल ऑफ फेम, तस्वीरों और प्रोफाइल के साथ पुरस्कार विजेता गैलरी, युद्ध स्मारकों का दौरा और बहादुरी की कहानियों को बताने वाला एक ऑडिटोरियम 'द वॉर रूम' के माध्यम से 3डी वॉक-थ्रू एक्सपीरियंस प्रदान करेगा। संग्रहालय में एनीमेशन वीडियो की एक श्रृंखला शामिल होगी, जो युद्ध नायकों की बहादुरी भरी कहानियों को जीवन में लाएगी, इसके अलावा आगंतुकों के लिए श्रद्धांजलि संदेश पोस्ट से सम्मान देने की सुविधा होगी। रक्षा सचिव ने इस अवसर पर कहा कि इस पहल से योद्धाओं के वीरतापूर्ण कार्यों को जीवंत किया जा सकेगा और आंतरिक एवं बाहरी खतरों से राष्ट्र को सुरक्षित करने में उनके अपार योगदान और अदम्य भावना को स्वीकारा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से देश के बहादुरों को श्रद्धांजलि है।
रक्षा सचिव ने कहा कि यह परियोजना अपनी तरह का पहला साइबर संग्रहालय होगा, जो युद्ध के नायकों को सम्मानित करेगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह देशवासियों विशेष रूपसे युवाओं को राष्ट्रसेवा केलिए प्रेरित करने के लिए वीरता सम्मान पोर्टल में बेहतरी करेगा। परियोजना का उद्देश्य सशस्त्रबल कार्मिकों के परिवारों के प्रति आभार व्यक्त करना और उनके प्रति राष्ट्र के सम्मान से अवगत कराना भी है। डॉ अजय कुमार ने परियोजना को लागू करने की शुरुआत करने के लिए एसआईडीएम का आभार जताया। इस जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए जयंत डी पाटिल ने सशस्त्रबलों को सम्मानित करने वाली इस प्रतिष्ठित और अनूठी परियोजना केलिए एसाईडीएम को चुनने के लिए रक्षा सचिव को धन्यवाद दिया।
एसआईडीएम के अध्यक्ष जयंत डी पाटिल ने कहा कि यह परियोजना भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ और 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है और सशस्त्रबलों को सम्मानित करने का एक सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने कहा कि एसआईडीएम परियोजना के त्वरित कार्यांवयन की दिशा में काम करेगा इसके बाद भी नियमित आधार पर मंच में सुधार जारी रहेगा। इस मौके पर रक्षा मंत्रालय, एसआईडीएम और सीआईआई के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। वीरता सम्मान पोर्टल का लिंक https://www.gallantryawards.gov.in है।