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Friday 2 July 2021 05:38:38 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को वियतनाम ने अपने विशिष्ट अतिथि के रूपमें निमंत्रित किया है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। गौरतलब है कि वियतनाम भारत और उसके शूरवीरों का अथाह कायल है। वियतनाम के रक्षामंत्री सीनियर लेफ्टिनेंट जनरल फान वान गियांग से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ऑनलाइन बातचीत हुई, जिसमें दोनों रक्षा मंत्रियों ने अपनी पहलों की प्रगति की समीक्षा की और भारत-वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी 2016 और दिसंबर 2020 में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षरित 'शांति, समृद्धि और लोगों के लिए संयुक्त दृष्टिकोण' के मार्गदर्शन में दोनों के रक्षाबलों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
भारत और वियतनाम के रक्षामंत्रियों ने बातचीत में सैन्य सहयोग गतिविधियों को मजबूत करने के लिए संयुक्त नीति रिपोर्ट 2015-20 के महत्व को स्वीकार करते हुए संयुक्त नीति रिपोर्ट 2021-25 को जल्द से जल्द पूरा करने की इच्छा व्यक्त की। दोनों ने रक्षा उद्योग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गठबंधन को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने पर सहमति जताई और स्पेक्ट्रम में द्विपक्षीय सहकारी संबंधों को प्रभावी ढंग से मजबूत करने में अधिक तालमेल केलिए तत्पर रहने पर सहमति व्यक्त की। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और वियतनाम के रक्षामंत्री सीनियर लेफ्टिनेंट जनरल फान वान गियांग ने कोरोना की बाधाओं के बावजूद दोनों देशों के बीच जारी गतिविधियों पर संतोष जताया।
राजनाथ सिंह ने अपने ट्विटर पोस्ट में कहा है कि भारत और वियतनाम के बीच संबंध मजबूत और उत्कृष्ट हैं। उन्होंने कहा कि भारत, वियतनाम के साथ द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को बहुत महत्व देता है, भारत-वियतनाम मुश्किल समय में एक-दूसरे की मदद करने की एक लंबी परंपरा साझा करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने पिछले कुछ वर्ष में रक्षा उद्योग क्षेत्र के लिए सहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति की है और कोविड चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ते रहेंगे। राजनाथ सिंह ने उनको सीनियर लेफ्टिनेंट जनरल फ़ान वान गिआंग के वियतनाम आने केलिए आमंत्रित करने पर धन्यवाद दिया और कहा कि वह वियतनाम जाने के बेहद उत्सुक हैं और इसे स्वीकार करते हैं।