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Saturday 24 July 2021 05:15:17 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और देशभर में इसके सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में आज आयकर दिवस की 161वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस क्रम में कई गतिविधियों का आयोजन किया गया। आयकर विभाग की एकजुटता, क्षमता, सहयोग और रचनात्मक जुड़ाव की भावना को दर्शाने वाली इन गतिविधियों में आईसीएआई की क्षेत्रीय इकाइयों, व्यापार संघों आदि समेत बाहरी हितधारकों के साथ वेबिनार, वृक्षारोपण अभियान, टीकाकरण शिविर, कोविड-19 राहत केलिए काम करने वाले अधिकारियों को प्रशंसा पत्र जारी करना और अपने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान कोविड-19 से जान गंवाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के परिवारों के साथ जुड़ना शामिल था। आयकर विभाग को दिए अपने संदेश में केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2014 के बाद से सरकार के किए गए सुधारों से जुड़े विभिन्न उपायों को लागू करने में सफल रहने केलिए आयकर विभाग की सराहना की।
वित्तमंत्री ने कहा कि अपने हिस्से के करों का कर्तव्यपूर्वक भुगतान करके देश की प्रगति में भागीदार बनने में ईमानदार करदाताओं का योगदान निश्चित रूपसे मान्यता पाने का पात्र है। उन्होंने अपनी प्रणालियों एवं प्रक्रियाओं को सरल बनाने और विभाग के कामकाज को परेशानी मुक्त, निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाने की दिशा में काम करना जारी रखने के लिए विभाग की प्रशंसा की। उन्होंने महामारी के कारण उत्पन्न कठिनाइयों के बावजूद अपने अनुपालन संबंधी दायित्वों का निर्वहन करने के लिए करदाताओं की सराहना की। कर्तव्यों को निभाने के क्रम में इस महामारी से जान गंवाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हितों के प्रति उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने राजस्व संग्रह और करों से जुड़ी नीतियों को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से लागू करने की दोहरी भूमिका में अच्छा प्रदर्शन करने केलिए विभाग की सराहना की।
वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि अधिकांश प्रक्रियाओं और अनुपालन संबंधी जरूरतों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर स्थानांतरित कर दिया गया है और करदाताओं के लिए आयकर कार्यालयों का चक्कर लगाने की जरूरत को समाप्त या बहुत कम कर दिया गया है। उन्होंने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि करदाताओं के साथ पारस्परिक व्यवहार अब स्वैच्छिक अनुपालन पर अधिक निर्भर रहते हुए विश्वास एवं सम्मान की भावना पर आधारित है। वित्त राज्यमंत्री डॉ भागवत किशनराव कराड ने प्रत्यक्ष करों को प्रशासित करने वाली एजेंसी के रूपमें भूमिका निभाते हुए राष्ट्र की अपार सेवा करने के लिए आयकर विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि कर महज सरकार के लिए राजस्व का एक स्रोतभर नहीं है, बल्कि कुछ निश्चित सामाजिक एवं आर्थिक उद्देश्यों को प्राप्त करने का एक प्रभावी साधन भी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विभाग निष्पक्षता और पारदर्शिता के सिद्धांतों से निर्देशित एक पेशेवर संगठन के रूपमें अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखेगा।
राजस्व सचिव तरुण बजाज ने आयकर विभाग को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अर्थव्यवस्था में आकस्मिक परिवर्तनों के अनुरूप खुद को ढालने और कर संग्रह में वृद्धि हासिल करने में समर्थ रहने केलिए विभाग की सराहना की। उन्होंने राजस्व संग्रह से संबंधित अपने दृष्टिकोण को दिशा देते हुए अपने कामकाज को विश्वास आधारित और कर केंद्रित बनाने के उद्देश्य से विभाग की विभिन्न पहलों की प्रशंसा की। उन्होंने कोविड-19 से प्रभावित लोगों केलिए राहत कार्य और अपने कर्मचारियों एवं उनके परिवारों के लिए टीकाकरण शिविर जैसे कार्य सराहे। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष जेबी महापात्र ने सामूहिक प्रयासों और राष्ट्र की राजस्व कमाने वाली शाखा एवं करदाता सेवाओं के प्रदाता के रूपमें दोहरी भूमिका को कारगर ढंग से निभाने केलिए प्रशंसा की। ईमानदार का सम्मान, फेसलेस व्यवस्था और करदाताओं के चार्टर जैसे बड़े एवं दूरगामी नीतिगत उपायों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन्होंने विभागीय कामकाज को अधिक पारदर्शी, उद्देश्यपूर्ण एवं करदाताओं के अनुकूल बना दिया है।