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Sunday 1 August 2021 02:37:36 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने जी20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक में भाग लिया, जिसकी मेजबानी इटली ने 2021 में जी20 की अध्यक्षता के अपने कार्यकाल के दौरान की। बैठक में सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण, संस्कृति के जरिए जलवायु संकट को दूर करना, प्रशिक्षण एवं शिक्षा के जरिए क्षमता निर्माण, संस्कृति के लिए डिजिटल बदलाव एवं नई प्रौद्योगिकी और विकास के वाहक के तौरपर संस्कृति एवं रचनात्मक क्षेत्रों पर चर्चा हुई। संस्कृति राज्यमंत्री ने 'विकास के वाहक के तौरपर संस्कृति एवं रचनात्मक क्षेत्र' विषय पर भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया। उन्होंने आर्थिक विकास एवं रोज़गार अवसर उपलब्ध कराने केलिए संस्कृति एवं रचनात्मक क्षेत्रों के महत्व को उजागर किया। उन्होंने हथकरघा, हस्तशिल्प एवं खादी जैसे पर्यावरण के कहीं अधिक अनुकूल उत्पाद तैयार करने और उनके उपभोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने महिलाओं, युवाओं और स्थानीय समुदायों को अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने केलिए स्थानीय समुदायों की क्षमता, महत्व और भारत केलिए प्रासंगिकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय समुदायों की काफी समृद्ध एवं विविध सांस्कृतिक परंपराएं होती हैं। मीनाक्षी लेखी ने इस बात पर जोर दिया कि संस्कृति एवं रचनात्मक क्षेत्र रोज़गार सृजन, असमानताओं घटाकर, स्थायी विकास को बढ़ावा देकर और लोगों को अलग पहचान प्रदान करते हुए विकास को गति दे सकते हैं। मीनाक्षी लेखी ने संस्कृति एवं रचनात्मक क्षेत्रों के विकास केलिए भारत के विभिन्न उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की योजना 'वन डिस्टि्रक्ट वन प्रोडक्ट' यानी एक जिले से एक उत्पाद योजना, पर्यटन सर्किट, योग एवं आयुर्वेद को बढ़ावा आदि का उल्लेख किया।
संस्कृति राज्यमंत्री ने सांस्कृतिक एवं रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े सामान्य मुद्दों से निपटने और सार्वजनिक नीतियों के बारे में उपयुक्त सूचना देने एवं उन्हें लागू करने केलिए अंतर्राष्ट्रीय वार्ता एवं सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने समाज के सांस्कृतिक एवं रचनात्मक क्षेत्रों की मदद एवं सुविधा केलिए अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक प्रयासों में भारत के सहयोग की प्रतिबद्धता को दोहराया। जी20 संस्कृति मंत्रियों ने जी20 संस्कृति कार्य समूह की संदर्भ शर्तों को स्वीकार किया। जी20 के संस्कृति मंत्रियों ने जी20 नेताओं के 2021 शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत करने के लिए मंत्रिस्तरीय घोषणा को अंगीकृत किया। राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर संस्कृति के जबरदस्त आर्थिक एवं सामाजिक प्रभाव को देखते हुए इसे जी20 कार्य धारा में शामिल करने की भी वकालत की जाएगी।