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Friday 3 September 2021 03:54:27 PM
नई दिल्ली। भारत और अमेरिकी रक्षा मंत्रालयों ने मानवरहित विमानों (एयर-लॉंच्ड अनमैन्ड एरियल व्हेकिल-एएलयूएवी) के सम्बंध में एक परियोजना-समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। उल्लेखनीय है कि मानवरहित विमानों में ड्रोन आदि शामिल हैं। यह समझौता रक्षा प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल के हवाले से संयुक्त वायु प्रणाली कार्य समूह के तहत 30 जुलाई 2021 को किया गया था। भारत और अमेरिकी रक्षा मंत्रालयों के बीच अनुसंधान, विकास, परीक्षण और मूल्यांकन समझौते के दायरे में एएलयूएवी को रखा गया है। इस समझौता पर सबसे पहले जनवरी 2006 में हस्ताक्षर किए गए थे और जनवरी 2015 को उसका नवीनीकरण किया गया था। यह समझौता रक्षा उपकरणों को मिलकर विकसित करने की दिशा में दोनों देशों के बीच रक्षा प्रौद्योगिकी सहयोग को और गहन बनाने की एक महत्वपूर्ण पहल है।
डीटीटीआई का मुख्य लक्ष्य है कि सहयोगात्मक प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान तथा भारत-अमेरिकी सेना के लिए भावी प्रौद्योगिकियों के सह उत्पादन और सह विकास पर लगातार जोर देना। डीटीटीआई के अंतर्गत थल, जल, वायु और विमान वाहक पोतों की प्रौद्योगिकियों के सम्बंध में एक संयुक्त कार्य समूह का गठन किया गया है, ताकि इन क्षेत्रों में आपसी चर्चा के बाद मंजूर होने वाली परियोजनाओं पर ध्यान दिया जा सके। एएलयूएवी के बारे में जो परियोजना समझौता किया गया है, वह वायु प्रणालियों से जुड़े संयुक्त कार्य समूह के दायरे में आता है, यह डीटीटीआई की एक बड़ी उपलब्धि है। समझौते में अमेरिका की एयरफोर्स रिसर्च लैबोरेट्री, भारतीय वायुसेना और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के बीच सहयोग का खाका शामिल किया गया है, इसके तहत एएलयूएवी प्रोटोटाइप का डिजाइन तैयार किया जाएगा और उसका विकास, परीक्षण तथा मूल्यांकन किया जाएगा।
डीआरडीओ में वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान और एएफआरएल के तहत एयरोस्पेस सिस्टम्स डायरेक्टोरेट, भारतीय और अमेरिकी वायुसेना इस परियोजना समझौते को क्रियांवित करने वाले मुख्य संगठन हैं। भारतीय वायुसेना की तरफ से उप वायुसेना प्रमुख (योजना) एयर वाइस मार्शल नरमदेश्वर तिवारी और अमेरिकी वायुसेना की तरफ से एयर फोर्स सेक्योरिटी असिस्टेंस एंड कोऑपरेशन डायरेक्टोरेट के निदेशक ब्रिगेडियर जनरल ब्रायन आर ब्रकबॉवर ने परियोजना समझौते पर हस्ताक्षर किए। उल्लेखनीय है कि दोनों अधिकारी डीटीटीआई के तहत गठित संयुक्त कार्य समूह के सह अध्यक्ष हैं।