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मंगोलियाई संसदीय प्रतिनिधि राष्ट्रपति से मिले

भारत और मंगोलिया केबीच बौद्धधर्म का विशेष महत्व-राष्ट्रपति

मंगोलिया में भारत की विकास परियोजनाओं पर प्रसन्नता जताई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 2 December 2021 12:50:49 PM

president ramnath kovind with parliamentary delegation from mongolia

नई दिल्ली। मंगोलिया के स्टेट ग्रेट हुरल के अध्यक्ष गोम्बोजव ज़दानश्तर के नेतृत्‍व में मंगोलिया के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहाकि भारत और मंगोलिया सभ्यता, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक संबंध साझा करते हैं। उन्होंने कहाकि लोकतंत्र एवं स्वतंत्रता के सामान्य मूल्य और आदर्श हमारे बंधनों को मजबूत करते हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि मंगोलिया के तीसरे पड़ोसी और आध्यात्मिक पड़ोसी के रूपमें भारत, मंगोलिया केसाथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने केलिए निरंतर सहयोग की आशा करता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि मंगोलियाई संसदीय प्रतिनिधियों की यह यात्रा दोनों देशों केबीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहाकि भारत और मंगोलिया केबीच बौद्धधर्म का विशेष महत्व है, यह दोनों देशों के लोगों केबीच विशेष सम्‍‍पर्क का कार्य करता है। उन्होंने कहाकि भारत के राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन ने मंगोलियाई कांजुर पांडुलिपियों की छपाई का कार्य किया है और भारत गंडन मठ में बौद्ध पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण केलिए सहायता प्रदान कर रहा है। जलवायु परिवर्तन के वैश्विक मुद्दे पर राष्ट्रपति ने कहाकि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव विशेष रूपसे हमारे जैसे विकासशील देशों पर अधिक होगा, यह अनिवार्य हैकि हम इस साझा चुनौती से निपटने केलिए मिलकर काम करें। राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुईकि मंगोलिया ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया है। मंगोलिया में भारत की विकास परियोजनाओं की चर्चा करते हुए राष्ट्रपति को मंगोलिया में तेल रिफाइनरी परियोजना की प्रगति को देखकर प्रसन्नता हुई।
रामनाथ कोविंद ने कहाकि यह परियोजना भारत-मंगोलिया के मजबूत सहयोग और रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है। उन्होंने कहाकि भारत इसे समय पर पूरा करने केलिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, क्योंकि इससे मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा में काफी वृद्धि होगी। कोविड-19 की चुनौतियों का सामना करने में भारत और मंगोलिया केबीच सहयोग की ओर इशारा करते हुए राष्ट्रपति ने दूसरी लहर में मंगोलिया की सरकार द्वारा समय पर और मूल्यवान समर्थन की सराहना की। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त कीकि भारत टीकों और दवाओं की आपूर्ति के माध्यम से मंगोलिया की सहायता कर सकता है।

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