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Thursday 2 December 2021 12:57:02 PM
नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के चुनाव की कहानी विषय पर आयोजित एक वर्चुअल सेमिनार को संबोधित किया, जिसमें भारत निर्वाचन आयोग, भारतीय उच्चायोग, प्रिटोरिया, भारत के काउंसुलेट जनरल जोहानिसबर्ग और दक्षिण अफ्रीका का चुनाव आयोग शामिल हुए। इस वेबिनार में भारतीय प्रवासियों, शिक्षाविदों और दक्षिण अफ्रीका के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों समेत 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहाकि भारत में चुनाव कराना बहुत भारी काम है, क्योंकि देश में अब 937 मिलियन से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। उन्होंने कहाकि निर्वाचन आयोग कोई मतदाता पीछे न छूटे के उद्देश्य केसाथ हर गांव, बस्ती और निवास स्थानों के नजदीक मतदान केंद्र स्थापित करता है। उन्होंने कोविड महामारी में छह राज्यों में चुनाव के अनुभव को साझा करते हुए चुनौतियों के बावजूद चुनाव को सुचारू रूपसे कराने में अपनाई गई कई पहलों का उल्लेख किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या को 1500 से घटाकर 1000 करने और मतदान स्थलों पर भीड़भाड़ को कम करने केलिए मतदान की अवधि एक घंटे बढ़ाने जैसे कदमों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बतायाकि 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और कोविड से प्रभावित व्यक्तियों केलिए डाकमतपत्र की सुविधा प्रदान की गई और ऐसे मामलों में निर्वाचन आयोग सचमुच मतदान केंद्र को ऐसे लोगों के दरवाजे तक ले आया है। सुशील चंद्रा ने चुनाव में महिलाओं की भागीदारी केबारे में भी जानकारी दी और बतायाकि पिछले कुछ वर्ष में महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। सुशील चंद्रा ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, वीवीपीएटी और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने केलिए नागरिकों केलिए सी-वीआईजीआईएल ऐप का उदाहरण देते हुए निर्वाचन आयोग के डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी के उपयोग के प्रयासों की ओर इशारा किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने सेवारत मतदाताओं और विदेशों में हमारे मिशन में तैनात लोगों केलिए इलेक्ट्रॉनिक रूपसे प्रेषित डाक मतपत्र प्रणाली की सुविधा का भी जिक्र किया। निर्वाचन आयोग के महासचिव उमेश सिन्हा ने भारत में चुनाव आयोजन केबारे में वेबिनार के विषय पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने समावेशी, सहभागी और सहज चुनाव सुनिश्चित करने केलिए चुनाव प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने इस परिमाण के चुनाव को संभालने के लिए समावेशी संचार योजना के साथ मतदाताओं और अन्य हितधारकों तक पहुंचने केलिए लक्षित उपायों का भी प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका में भारतीय उच्चायुक्त जयदीप सरकार ने वर्षों से भारत-दक्षिण अफ्रीका सहयोग और साझा इतिहास पर जोर दिया। दक्षिण अफ्रीका के निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष वीजी माशिनीनी ने लोकतंत्र को मजबूत बनाने और सूचनाओं के आदान-प्रदान के महत्व के साथ-साथ भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों में ही चुनाव आयोग द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिकाओं के बारे में जानकारी दी।
भारत निर्वाचन आयोग वर्तमान में एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज का अध्यक्ष है, जहां दक्षिण अफ्रीका उपाध्यक्ष है। भारत के चुनाव आयोग और दक्षिण अफ्रीका के चुनाव आयोग के बीच बहुत मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों संस्थानों ने चुनावी प्रबंधन और प्रशासन के क्षेत्र में परस्पर सहयोग के लिए अक्टूबर 2011 में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस ढांचे के तहत दोनों ईएमबी ने चुनावी प्रबंधन के विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर अच्छी प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान किया है। वेबिनार के दौरान संविधान दिवस के उपलक्ष्य में ‘भारतीय संविधान का निर्माण' नामक एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।