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Tuesday 21 December 2021 02:03:37 PM
नई दिल्ली। भारत के गणतंत्र दिवस पर पांच राष्ट्राध्यक्ष आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इन पांच देशों कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात भी की, जो भारत-मध्य एशिया संवाद की तीसरी बैठक में भाग लेने केलिए भारत आए हुए थे। मध्य एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने-अपने राष्ट्रपति के अभिवादन से अवगत कराया तथा भारत केसाथ संबंधों को और मजबूत करने केलिए उनके नेतृत्व के उत्साह को रेखांकित किया।
मध्य एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों ने 18-19 दिसंबर 2021 को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में भारत-मध्य एशिया संवाद में हुए विचार-विमर्श केबारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी, जिसमें अफगानिस्तान की स्थिति समेत व्यापार और कनेक्टिविटी, विकास साझेदारी तथा क्षेत्रीय विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दियाकि भारत, मध्य एशियाई देशों केसाथ अपने दीर्घकालिक संबंधों को बहुत महत्व देता है और इन देशों को अपने 'विस्तारित पड़ोस' का हिस्सा मानता है। उन्होंने मंत्रियों को इस वर्ष स्वतंत्रता की 30वीं वर्षगांठ पर बधाई दी। उन्होंने 2015 में सभी मध्य एशियाई देशों और बादमें कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिज गणराज्य की अपनी यादगार यात्राओं को स्मरण किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र में भारतीय फिल्मों, संगीत, योग आदि की लोकप्रियता को देखते हुए भारत-मध्य एशिया केबीच सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संपर्क बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने भारत-मध्य एशिया के बीच बढ़े हुए आर्थिक सहयोग की संभावना और इस संबंध में कनेक्टिविटी की भूमिका को भी रेखांकित किया। भारत-मध्य एशिया संवाद ने भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहन दिया है। भारत और मध्य एशियाई देश अगले वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ मनाएंगे।