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Tuesday 21 December 2021 06:07:06 PM
नई दिल्ली। पाकिस्तान और सीमापार से फेक न्यूज़ एवं एंटी इंडिया कंटेंट के माध्यम से भारत के अंदर भय और भ्रम की स्थिति फैलाने का प्रयास करने वाली कुछ वेबसाइट और पोर्टल को ब्लॉक करने की कार्रवाई की गई है। भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पाकिस्तान के समन्वित दुष्प्रचार अभियान एवं इंटरनेट पर पाकिस्तान प्रायोजित फर्जी समाचार नेटवर्क को ब्लॉक करने का आदेश दिया था। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के दो अलग-अलग आदेशों के तहत पहले 20 यूट्यूब चैनलों और दूसरे 2 समाचार वेबसाइटों केबारे में दूरसंचार विभाग से अनुरोध पर इंटरनेट सेवाप्रदाताओं को इन समाचार चैनलों एवं पोर्टलों को ब्लॉक कर दिया गया है।
ये चैनल एवं वेबसाइट पाकिस्तान से संचालित एक समन्वित दुष्प्रचार नेटवर्क से संबंधित हैं और भारत से संबंधित विभिन्न संवेदनशील विषयों के बारे में फर्जी खबरें फैला रहे हैं। इन चैनलों का उपयोग कश्मीर, भारतीय सेना, भारत में अल्पसंख्यक समुदायों, राम मंदिर, जनरल बिपिन रावत आदि जैसे विषयों पर समन्वित तरीके से विभाजनकारी सामग्री पोस्ट करने केलिए किया गया था। भारत विरोधी दुष्प्रचार अभियान के तौर-तरीकों में द नया पाकिस्तान ग्रुप शामिल है, जो पाकिस्तान से संचालित होता है और जिसके पास यूट्यूब चैनलों का एक नेटवर्क है। इस दुष्प्रचार अभियान मेंकुछ अन्य वैसे यूट्यूब चैनल भी शामिल हैं, जो एनपीजी से संबंधित नहीं हैं। इस चैनलों का संयुक्त ग्राहक आधार 35 लाख से अधिक का था और उनके वीडियो को 55 करोड़ से अधिक बार देखा गया था। नया पाकिस्तान समूह के कुछ यूट्यूब चैनल पाकिस्तानी समाचार चैनलों के एंकरों द्वारा संचालित किए जा रहे थे।
इन यूट्यूब चैनलों ने किसानों के प्रदर्शन, नागरिकता संशोधन अधिनियम से संबंधित प्रदर्शन जैसे मुद्दों पर सामग्री पोस्ट की थी और अल्पसंख्यकों को भारत सरकार के खिलाफ भड़काने की कोशिश की थी। इस बातकी भी आशंका थीकि इन यूट्यूब चैनलों का इस्तेमाल पांच राज्यों में होनेवाले आगामी चुनाव की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने के उद्देश्य से सामग्री पोस्ट करने केलिए किया जाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भारत में सूचना से जुड़े स्पेस को सुरक्षित करने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की है और सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021 के नियम 16 केतहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग किया है। मंत्रालय ने पाया कि अधिकांश सामग्री राष्ट्रीय सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में संवेदनशील विषयों से संबंधित हैं और तथ्यात्मक रूपसे गलत हैं। इन सामग्रियों को मुख्य रूपसे पाकिस्तान से भारत के विरूद्ध एक समन्वित दुष्प्रचार नेटवर्क के रूपमें पोस्ट किया जा रहा है, इसलिए मंत्रालय ने आपात स्थिति में सामग्री को ब्लॉक करने के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करना उपयुक्त समझा।