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'भारत-बांग्लादेश आर्थिक भागीदारी बढ़ाएंगे'

भारत-बांग्लादेश दोस्ती हर कसौटी पर खरी उतरी-पीयूष गोयल

वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से हुई भारत-बांग्लादेश हितधारकों की बैठक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 8 March 2022 01:02:30 PM

union minister piyush goyal

नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा हैकि भारत, बांग्लादेश केसाथ विस्‍‍तृत आर्थिक भागीदारी समझौते को आगे बढ़ाना चाहता है। भारतीय वाणिज्‍‍य और उद्योग महासंघ की भारत-बांग्लादेश हितधारकों की बैठक के उद्घाटन सत्र को वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहाकि भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय संबंध दोनों प्रधानमंत्रियों नरेंद्र मोदी और शेख हसीना के प्रयासों के कारण नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। पीयूष गोयल ने कहाकि हमारी दोस्ती न केवल समय की कसौटी पर खरी उतरी है, बल्कि अब व्यापार, निवेश, खाद्य सुरक्षा और प्रौद्योगिकी में गहरे सहयोग केसाथ बहुआयामी, आपसी समृद्ध संबंधों में विकसित हुई है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-बांग्लादेश संबंधों को मजबूत करने केलिए चार प्रमुख क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया है, इनमें है-निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला समय की आवश्यकता है जैसाकि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहाकि कनेक्टिविटी उत्पादकता है, कोविड-19 के बावजूद हमने दोनों देशों केबीच निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला बनाए रखी, इसके अलावा इस कनेक्टिविटी में और सुधार करना हमारे द्विपक्षीय व्यापार के विस्तार और बांग्लादेश तथा पूर्वी भारत की निवेश संभावना की प्राप्ति केलिए अनिवार्य है। रक्षा उपकरणों के संयुक्त उत्पादन को और अधिक प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है, हमारा रक्षा सहयोग आगे नहीं बढ़ा है, हालांकि भारत ने 500 मिलियन अमरीकी डालर की ऋण सहायता की पेशकश की है, इसे अगले स्तर पर लेजाने का समय आ गया है। कपड़ा, जूट उत्पाद, चमड़ा और जूते, फार्मास्यूटिकल्स केलिए एपीआई, चिकित्सा उपकरण, डिजिटल स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएं, कृषि व्यवसाय, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा आदि जैसे निवेश के संभावित क्षेत्रों का अन्वेषण करें।
पीयूष गोयल ने कहाकि भारत और बांग्लादेश बन सकते हैं 'विश्व की फार्मेसी'। उन्होंने कहाकि कोविड-19 के दौरान भारत में उत्पादित टीकों कोवैक्सिन और कोविशील्ड ने सुरक्षित टीकों के रूपमें अपने लिए एक जगह बनाई, अब टीकों और अन्य दवाओं के संयुक्त निर्माण का समय आ गया है। पीयूष गोयल ने कहाकि बांग्लादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। उन्होंने कहाकि 2014 केबाद से हमने अपने व्यापार और आर्थिक जुड़ाव को सहयोगी के रूपमें बढ़ाया है, नकि प्रतिस्पर्धी के रूपमें। उन्होंने कहाकि वैक्सीन मैत्री ने भारत से एक करोड़ से अधिक टीकों की आपूर्ति केसाथ हमारी मित्रता की पुष्टि की है, हाल के वर्षों में हमने बांग्लादेश को तीन बार 8 अरब डॉलर की ऋण सहायता भी दी है, जो भारत द्वारा किसी एक देश को दिया गया सबसे बड़ा रियायती ऋण है। उन्होंने कहाकि निवेश को बढ़ावा देने केलिए भारत-बांग्लादेश सीईओ फोरम हमारी दोस्ती का एक और प्रमाण है, हम बांग्लादेश में मिरसराय और मोंगला में दो भारतीय आर्थिक क्षेत्र भी विकसित कर रहे हैं, कपड़ा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने केलिए हमारे बीच गठित कपड़ा उद्योग फोरम के भी परिणाम सामने आ रहे हैं।
उद्योग मंत्री ने कहाकि बांग्लादेश में अब 350 से अधिक भारतीय कंपनियां हैं। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50 युवा बांग्लादेशी उद्यमियों को भारत आने केलिए आमंत्रित किया है, जो हमारे मजबूत संबंधों को आगे बढ़ाएंगे। पीयूष गोयल ने कहाकि भारत-बांग्लादेश के साझा इतिहास, संस्कृति और लोकतंत्र के ठोस मूल्यों पर आधारित मजबूत संबंध हैं। उन्होंने कहाकि हम अपने संस्थापक बापू और बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के सिद्धांतों से बंधे भाई हैं। मार्च 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा को समानता और विश्वास पर आधारित हमारे मजबूत संबंधों के साक्षी के रूपमें याद करते हुए पीयूष गोयल ने कहाकि 6 दिसं‍बर 21 को मैत्री दिवस के रूपमें मनाया गया था, यानी स्वतंत्र बांग्लादेश के 50 साल और भारत-बांग्लादेश संबंधों के 50 साल का उत्सव मनाया गया। पीयूष गोयल ने आशा व्यक्त की कि हितधारकों की बैठक न केवल भारत-बांग्लादेश व्यापार संबंधों, बल्कि दक्षिण पूर्व एशियाई देशों केसाथ भी व्‍‍यापार संबंधों को बढ़ावा देगी। बैठक में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के आर्थिक मामलों के सलाहकार डॉ मशिउर एकेएम रहमान और आईसीसी के अध्यक्ष प्रदीप सुरेका ने भाग लिया।

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