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Thursday 17 March 2022 01:13:31 PM
नई दिल्ली। भारत की आधिकारिक यात्रा पर आए श्रीलंका के वित्तमंत्री बेसिल राजपक्षे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में मदद केलिए भारत को धन्यवाद दिया है और कहा हैकि वे द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को और ज्यादा बढ़ाएंगे। वित्तमंत्री बेसिल राजपक्षे ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग बढ़ाने केलिए दोनों देशों की पहलों केबारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की 'पड़ोस पहले' की नीति और उसके 'इस क्षेत्र में सभी केलिए सुरक्षा और विकास' सिद्धांत में श्रीलंका की केंद्रीय भूमिका केबारे में बात की। उन्होंने कहाकि श्रीलंका के मित्रवत लोगों केसाथ भारत सदैव खड़ा रहेगा। श्रीलंका के वित्तमंत्री बेसिल राजपक्षे ने दोनों देशों के सांस्कृतिक एवं नागरिकों केबीच गहरे होते संबंधों का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर बौद्ध और रामायण पर्यटन सर्किटों के संयुक्त प्रचार के जरिए पर्यटकों के प्रवाह में बढ़ोतरी की संभावना की ओर इशारा किया।
भारत और श्रीलंका के संबंध दोनों देशों की स्वतंत्रता के समय से ही दोस्ताना और अपेक्षाकृत स्थायी रहे हैं। लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (एलटीटीई) के बाद के युग में दोनों पड़ोसी सुरक्षा और आर्थिक उद्देश्यों में एक साथ रहे हैं। भारत और श्रीलंका के संबंध 2500 साल से भी अधिक पुराने समझे जाते हैं। दोनों देशों की बौद्धिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और आपसी भाषाई संबंधों की एक विरासत है। श्रीलंका की चीन से निकटता के कारण ऐसा भी हुआ है, जब भारत-श्रीलंका के संबंधों में नकारात्मक उतार-चढ़ाव आया। हाल के वर्षों में सभी स्तरों पर दोनों के संबंधों में बहुत प्रगाढ़ता आई है, व्यापार और निवेश बढ़ा है और विकास, शिक्षा, संस्कृति और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग किया जा रहा है, दोनों देश अंतर्राष्ट्रीय रूचि के प्रमुख मुद्दों पर व्यापक समझ रखते हैं।
श्रीलंकाई सेना और लिट्टे के बीच लगभग तीन दशक लंबे सैनिक संघर्ष के दौरान भारत ने आतंकवाद के विरुद्ध श्रीलंका सरकार के अधिकार का समर्थन किया है, मगर यह भी है कि श्रीलंका में अधिकांश तमिलों की दुर्दशा पर भी भारत गहरी चिंता व्यक्त करता रहा है और इस बात पर बल दिया हैकि उनके अधिकार और कल्याण संबंधी मुद्दे, लिट्टे के खिलाफ सैनिक कार्रवाई में उलझकर न रह जाएं। गौरतलब हैकि श्रीलंका में 12 मार्च 2022 को दोनों देशों की नौसेनाओं केबीच एक साझेदारी समुद्री अभ्यास हुआ है। कोलंबो बंदरगाह से प्रस्थान करने पर आईएन जहाजों चेन्नई और तेग ने श्रीलंका की नौसेना के जहाज सिंदुरला के साथ अभ्यास किया है। इससे दोनों नौसेनाओं के बीच पेशेवर बातचीत हुई और उनके बीच आपसी मेल-जोल बढ़ा।
युद्धाभ्यास से पहले 11 मार्च को भारत के रियर एडमिरल समीर सक्सेना एनएम फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग वेस्टर्न फ्लीट ने श्रीलंका के विदेश सचिव एडमिरल प्रोफेसर जयनाथ कोलम्बेज से मुलाकात की थी। आईएनएस चेन्नई और आईएनएस तेग के कमांडिंग ऑफिसर्स ने श्रीलंका की पश्चिमी नौसेना के कमांडर रियर एडमिरल एयूसी डी सिल्वा से मुलाकात की। आपसी संपर्क बढ़ाने केलिए दोनों नौसेनाओं के जवानों के बीच जूनियर स्तर पर एक मैत्रीपूर्ण वॉलीबॉल मैच भी खेला गया। भारतीय जहाजों को आम जनता, स्कूली बच्चों, सेवारत नौसेना कर्मियों और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों केलिए खुला रखा गया था। युद्धाभ्यास पारंपरिक तरीके से समाप्त हुआ, जिसमें श्रीलंकाई जहाज भारतीय नौसेना के जहाजों की तरफ विपरीत दिशाओं से और निजी कर्मियों के साथ बढ़े और एक-दूसरे को अलविदा कहा।