स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 11 April 2022 01:07:39 PM
नई दिल्ली। स्विटजरलैंड भारतीय शिक्षा नीति में काफी दिलचस्पी ले रहा है। स्विटजरलैंड के सांसद निकलॉस सैमुअल गुगर ने प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष विभाग में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य सेवा, टेलीमेडिसिन और प्रौद्योगिकी विकास एवं भारतीय शिक्षा नीति जैसे क्षेत्रों में व्यापक सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। निकलॉस सैमुअल गुगर ने भारत की नई शिक्षा नीति में दिलचस्पी दिखाते हुए नीति के पहलुओं के बारेमें ज्यादा जानकारी की इच्छा भी व्यक्त की। उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों केलिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बनाएगए 25 प्रौद्योगिकी केंद्रों और विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी सहयोग में रुचि व्यक्त की।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि चूंकि भारत और स्विटजरलैंड परंपरागत रूपसे सौहार्दपूर्ण एवं पारस्परिक रूपसे भरोसेमंद संबंध साझा करते हैं, इसलिए दोनों देशों केलिए पहलेसे मौजूद सहूलियत के आधार पर एक-दूसरे केसाथ जुड़ना आसान है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि उम्मीद हैकि स्विटजरलैंड से एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इस साल अक्टूबर में भारत का दौरा करेगा और दोनों पक्षों से संबंधित मुद्दों पर द्विपक्षीय संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के प्रयास होंगे, जो पारस्परिक रूपसे लाभप्रद हैं। इस अवसर पर डॉ जितेंद्र सिंह ने 2018 में दावोस की अपनी यात्रा को याद किया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व आर्थिक मंच के वैश्विक सम्मेलन को संबोधित किया था।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने स्विटजरलैंड के लोगों द्वारा गर्मजोशी केसाथ किए गए स्वागत को भी याद किया। दोनों नेताओं केबीच आमने-सामने की चर्चा के बाद दोनों पक्ष अपने-अपने प्रतिनिधियों से मिले। चर्चा के दौरान भारतीय पक्ष ने ग्लेशियर के क्षेत्र में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के किए जा रहे व्यापक कार्यों के बारेमें अतिथि पक्ष को जानकारी दी, जिसमें स्विस प्रतिनिधियों ने गहरी दिलचस्पी दिखाई, क्योंकि यह विषय स्विटजरलैंड केलिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है।