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Monday 25 April 2022 03:55:19 PM
सांबा (जम्मू)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाटी के युवाओं को आश्वस्त करते हुए कहा हैकि मेरे शब्दों को ध्यान से सुनो आपके माता-पिता और दादा-दादी ने जिन समस्याओं का सामना किया है, आपको उन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि जम्मू-कश्मीर केसाथ अपने लंबे जुड़ाव के कारण वे यहांकी समस्याओं को समझते हैं और इन परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास में कनेक्टिविटी कीओर ध्यान केंद्रित करने पर प्रसन्नता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि जम्मू-कश्मीर में विकास की नई कहानी लिखी जा रही है और कई निजी निवेशक भी जम्मू-कश्मीर में रुचि दिखा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि आजादी के 7 दशक में जम्मू-कश्मीर में 17 हजार करोड़ रुपये का निजी निवेश हो सका है, अब यह धनराशि 38,000 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गई है, पर्यटन भी एकबार फिर फल-फूल रहा है। मंच पर पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस समारोह में भाग लेने केलिए जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और देशभर की सभी ग्राम सभाओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि इसबार का पंचायतीराज दिवस जम्मू-कश्मीर में मनाया जाना एक बड़े बदलाव का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने देशके विकासमे पंचायतों की भूमिका की चर्चा करते हुए कहाकि आजादी का अमृतकाल भारत का स्वर्णिमकाल होने वाला है, ये संकल्प सबका प्रयास से सिद्ध होने वाला है, इसमें लोकतंत्र की सबसे ज़मीनी इकाई ग्राम पंचायत की भूमिका बहुत अहम है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर के संबंध में संवैधानिक सुधारों की शुरुआत के बादसे सरकार ने अभूतपूर्व गतिसे शासन में सुधार और क्षेत्रके लोगों केलिए जीवन की सुगमता बढ़ाने केलिए व्यापक सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि ये बहुतही गर्व की बात हैकि लोकतंत्र जम्मू-कश्मीर में ग्रासरूट तक पहुंचा है, लोकतंत्र ने जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तरपर पहुंच बनाई है। प्रधानमंत्री ने कहाकि बात लोकतंत्र की हो या संकल्प विकास जम्मू-कश्मीर नया उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है, बीते 2-3 साल में जम्मू-कश्मीर में विकास के नए आयाम बने हैं।
जम्मू-कश्मीर में त्रिस्तरीय पंचायतीराज प्रणाली-ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और डीडीसी के चुनाव हो चुके हैं। देश की विकास यात्रा में जम्मू-कश्मीर को शामिल करने की प्रक्रिया का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने बतायाकि जम्मू-कश्मीर में 175 से ज्यादा केंद्रीय कानून लागू हो गए हैं, इसका सबसे बड़ा लाभ क्षेत्रकी महिलाएं, ग़रीब और वंचित वर्ग को हुआ है। नरेंद्र मोदी ने आरक्षण संबंधी कानूनों में विसंगतियों को दूर करने कीभी बात की। उन्होंने कहाकि दशकों-दशक सेजो बेड़ियां वाल्मीकि समाज के पांव में डाल दी गई थीं, उनसे वो मुक्त हुआ है, आज हर समाज के बेटे-बेटियां अपने सपनों को पूरा कर पा रहे हैं, जम्मू-कश्मीर में बरसों तक जिनको आरक्षण का लाभ नहीं मिला, अब उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने सांबा जिले की पल्ली पंचायत केदौरे पर लगभग 20,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने अमृत सरोवर पहल का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह दिन जम्मू-कश्मीर की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक दिन है, उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके उत्साह केलिए धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री ने कहाकि यहां कनेक्टिविटी और बिजली से जुड़े 20 हज़ार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहाकि जम्मू-कश्मीर के विकास को नई रफ्तार देने केलिए राज्य में तेजीसे काम चल रहा है, इन प्रयासों से बहुत बड़ी संख्या में जम्मू-कश्मीर के नौजवानों को रोज़गार मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि यहां अनेक परिवारों को गांवों में उनके घर के स्वामित्व कार्ड मिले हैं, ये कार्ड गांवों में नई संभावनाओं को प्रेरित करेंगे, जम्मू-कश्मीर के ग़रीब और मिडिल क्लास को सस्ती दवाएं, सस्ता सर्जिकल सामान देने केलिए 100 जनऔषधि केंद्र माध्यम बनेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि केंद्र सरकार की सभी योजनाएं जम्मू-कश्मीर में लागू की जा रही हैं और लोगों को उनका लाभ मिल रहा है, एलपीजी, शौचालय, बिजली, भूमि अधिकार और पानी कनेक्शन की योजनाओं से गांव के लोग सबसे अधिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने तीन हफ्ते में लगनेवाले 500 किलोवाट के सोलर प्लांट का उदाहरण देते हुए जम्मू-कश्मीर में कार्यप्रणाली में हुए बदलाव के बारेमें कहाकि पहले दिल्ली से फाइल आने मेभी 2-3 हफ्ते लगते थे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि पल्ली पंचायत के सभी घरों में सौर ऊर्जा प्राप्त करना ग्राम ऊर्जा स्वराज का एक आदर्श उदाहरण है और काम करने का बदला हुआ तरीका जम्मू-कश्मीर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंचों पर भारत के नेतृत्वके बारेमें चर्चा की और पल्ली पंचायत द्वारा पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत बनने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि पल्ली पंचायत देशकी पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत बनने की ओर अग्रसर है, मुझे पल्ली गांव में देशके गांवों के जनप्रतिनिधियों सेभी बातचीत करने का मौका मिला है, इस बड़ी उपलब्धि और विकास कार्यों केलिए जम्मू-कश्मीर को बहुत-बहुत बधाई। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब मैं एक भारत, श्रेष्ठ भारत की बात करता हूं, तब हमारा फोकस कनेक्टिविटी पर होता है, दूरियां मिटाने पर भी होता है, दूरियां चाहे दिलों की हो, भाषा-व्यवहार की हो या फिर संसाधनों की, इनको दूर करना आज हमारी बहुत बड़ी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार की कोशिश हैकि गांव के विकास से जुड़े हर प्रोजेक्ट को प्लान करने उसके अमल में पंचायत की भूमिका ज्यादा हो, इससे राष्ट्रीय संकल्पों की सिद्धि में पंचायत अहम कड़ी बनकर उभरेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि 15 अगस्त 2023 तक हर जिले में 75 सरोवर बनकर तैयार हो जाएंगे। उन्होंने आग्रह कियाकि इन सरोवरों को शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नामपर पेड़ों से सजाया जाए।
नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायतों में पारदर्शिता और सशक्तिकरण पर जोर देने के बारेमें भी बताया, ई-ग्राम स्वराज जैसे उपायों से भुगतान तककी प्रक्रियाओं को जोड़ा गया है। उन्होंने कहाकि पंचायतों का ऑनलाइन ऑडिट किया जाएगा और सभी ग्राम सभाओं केलिए नागरिक चार्टर की एक प्रणाली सभाओं को कई भूमिकाएं निभाने केलिए प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने इन संस्थानों और ग्राम शासन विशेषकर जल प्रशासन में महिलाओं की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। प्राकृतिक खेती पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि धरती मां को कैमिकल से मुक्त करना ही होगा, क्योंकि यह भूमि और भूजल को नुकसान पहुंचा रहा है, इसलिए प्राकृतिक खेती की तरफ हमारा गांव, हमारा किसान बढ़ेगा तो पूरी मानवता को लाभ होगा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि ग्राम पंचायत के स्तरपर प्राकृतिक खेती को हम प्रोत्साहित कर सकते हैं, इसके लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है, इसी तरह ग्राम पंचायतों को सबका प्रयास के बलपर एक और काम करना होगा, कुपोषण, अनीमिया से देश को बचाने का जो बीड़ा केंद्र सरकार ने उठाया है उसके प्रति जमीनी स्तरपर लोगों को जागरुक करना है, अब सरकार की तरफसे जिन योजनाओं में भी चावल दिया जाता है, उसको फोर्टिफाइड किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने 3100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी बनिहाल काजीगुंड सड़क सुरंग का लोकार्पण किया, 8.45 किलोमीटर लंबी सुरंग बनिहाल और काजीगुंड के बीच सड़क की दूरी को 16 किलोमीटर कम कर देगी और यात्रा के समय को लगभग डेढ़ घंटे कम कर देगी, यह एक दोहरी ट्यूब सुरंग है-प्रत्येक दिशा कीयात्रा केलिए एक-एक, रख-रखाव और आपातकालीन निकासी केलिए दोहरी ट्यूबों को हर 500 मीटर पर एक क्रॉस मार्ग से जोड़ दिया गया है, यह सुरंग जम्मू-कश्मीर केबीच हर मौसम में संपर्क स्थापित करने के साथ-साथ दोनों क्षेत्रों को करीब लाने में मदद करेगी। प्रधानमंत्री ने दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के तीन रोड पैकेजों का शिलान्यास किया, जोकि 7500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बन रहे हैं। वे राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर बाल्सुआ से गुरहाबैलदारन, हीरानगर, गुरहाबैलदारन, हीरानगर से जाख, विजयपुर और जाख, विजयपुर से कुंजवानी, जम्मू, जम्मू हवाई अड्डे से कनेक्टिविटी केसाथ 4/6 लेन एक्सेस नियंत्रित दिल्ली-कटरा-अमृतसर एक्सप्रेसवे के निर्माण केलिए हैं। प्रधानमंत्री ने रतले और क्वार जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखी। किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर लगभग 5,300 करोड़ रुपये की लागत से 850 मेगावाट की रतले जलविद्युत परियोजना का निर्माण किया जाएगा और 540 मेगावाट की क्वार जलविद्युत परियोजना किश्तवाड़ जिलेमें चिनाब नदी पर 4500 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी, दोनों परियोजनाओं से क्षेत्रमें बिजली की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
जम्मू-कश्मीर में जनऔषधि केंद्रों के नेटवर्क का विस्तार करने और सस्ती कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने केलिए प्रधानमंत्री ने 100 केंद्रों को कार्यात्मक और राष्ट्र को समर्पित किया, ये केंद्र केंद्र-शासित प्रदेश के सुदूर कोनों में हैं, पल्ली में 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया, जो इसे कार्बन न्यूट्रल बनने वाली देश की पहली पंचायत बना देगा। प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों को स्वामित्व कार्ड सौंपे। उन्होंने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर पंचायतों को पुरस्कार राशि भी अंतरित की, जो उनकी उपलब्धियों के लिए विभिन्न श्रेणियों में दिए गए पुरस्कारों के विजेता हैं। प्रधानमंत्री ने इंटेक फोटो गैलरी और भारत में आदर्श स्मार्ट गांव बनाने केलिए डिजाइन किया गया एक ग्रामीण उद्यमिता आधारित मॉडल नोकिया स्मार्टपुर कोभी देखा, जिसमें क्षेत्र की ग्रामीण विरासत को दर्शाया गया है। जलाशयों का कायाकल्प सुनिश्चित करने की दृष्टिसे प्रधानमंत्री ने अमृत सरोवर नाम से एक पहल का भी शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य आजादी के अमृत महोत्सव के रूपमें देश के प्रत्येक जिले में 75 जलाशयों का विकास और कायाकल्प करना है। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, गिरिराज सिंह, कपिल मोरेश्वर पाटिल और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।