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Friday 2 September 2022 02:06:02 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में सीएपीएफ ई-आवास वेबपोर्टल का शुभारंभ किया और कहाकि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल देशकी आंतरिक सुरक्षा का मज़बूत स्तंभ हैं और यह दिन सीएपीएफ के जवानों केलिए बहुत महत्वपूर्ण है। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशमें निर्माण और विकास का नयायुग शुरू हुआ है, जिसमें भारत दुनियामें उत्पादन का केंद्र बन रहा है और इसमें आतंरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले सीएपीएफ जवानों की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहाकि आज़ादी से आजतक पुलिसबलों के 35 हज़ार से ज़्यादा जवानों ने आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए अपनी जान गंवाई हैं, उनके इसी बलिदान के कारण देशका हर नागरिक सुरक्षा के विश्वास केसाथ चैन की नींद सोता है। अमित शाह ने कहाकि कठिन परिस्थितियों में देश और सीमाओं की सुरक्षा करते जवानों के परिवार की चिंता सरकार की है, जवान का काम चिंतामुक्त होकर देशसेवा करना है, सीएपीएफ़ ई-आवास पोर्टल इसी विश्वास श्रृंखला की अगली कड़ी है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहाकि सीएपीएफ में इस प्रकार की व्यवस्था बन गई थीकि जिस फ़ोर्स केलिए आवास बने हैं, वे उन्हीं को मिलेंगे, जिस कारण कई हजार आवास ख़ाली ही रह जाते थे, मगर अब ई-आवास पोर्टल से इस व्यवस्था में बदलाव आएगा और खाली पड़े आवास अन्य सीएपीएफ जवानों केलिए भी उपलब्ध होंगे। अमित शाह ने कहाकि 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने केबाद से गृह मंत्रालय ने आवासीय संतुष्टिदर बढ़ाने केलिए कई प्रकार की योजनाएं बनाई हैं, इनमें कार्यालयों का निर्माण, अस्पतालों को मज़बूत करना और आवासों की संख्या बढ़ाना शामिल है। उन्होंने कहाकि आठ वर्ष में 31 हजार से ज्यादा आवास निर्मित हुए हैं, 17 हजार से अधिक निर्माणाधीन हैं और लगभग 15 हजार अतिरिक्त आवासों का निर्माण प्रस्तावित है। उन्होंने कहाकि 2014 में आवासीय संतुष्टिदर करीब 33 प्रतिशत थी, जो आज 48 प्रतिशत है, सीएपीएफ़ ई-आवास पोर्टल से नए भवनों का निर्माण किए बिनाही आवासीय संतुष्टिदर में 13 प्रतिशत की वृद्धि होगी। अमित शाह ने विश्वास जतायाकि गृह मंत्रालय के प्रयासों से नवंबर 2024 तक आवासीय संतुष्टिदर 73 प्रतिशत हो जाएगी, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।
अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवानों और विशेषकर उनके परिवारों की चिंता रहती है और इस दिशामें 8 साल में कई अभूतपूर्व कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार ने जवानों के परिवारों को चिकित्सा की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने केलिए ‘आयुष्मान सीएपीएफ’ योजना प्रारंभ की है, जिसके अंतर्गत 10 लाख सुरक्षा कर्मियों को 35 लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्डों का वितरण किया जा चुका है, इस योजना के अंतर्गत अबतक 31 करोड़ से अधिक धनराशि के लगभग 56 हजार बिलों का भुगतान भी किया जा चुका है। अमित शाह ने कहाकि सीएपीएफ़ कर्मियों के स्थानांतरण में पारदर्शिता लाने केलिए ई-ट्रांसफर सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया है, अभी आईटीबीपी और सीआईएसएफ़ ने प्रयोगात्मक रूपमें इस सॉफ़्टवेयर का उपयोग शुरू किया है। उन्होंने कहाकि ई-ट्रांसफर सॉफ्टवेयर केसाथ जवानों की आयु और स्वास्थ्य की स्थिति केसाथ पोस्टिंग को जोड़ा जा सकेगा, प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना में पहले 42 कोर्स थे और अब इसमें 80 से ज़्यादा नए कोर्स जोड़े गए हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री ने बतायाकि केंद्रीय अनुग्रह राशि कोभी और अधिक वैज्ञानिक बनाकर बढ़ाया गया है, हवाई कोरियर सेवाओं कोभी लागू किया गया है और केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार को मज़बूत करने केलिए अनेक कार्य किए हैं। अमित शाह ने कहाकि मोदी सरकार जवानों के कल्याण केलिए किसी भी सकारात्मक सुझाव पर विचार करने को तैयार है, लेकिन हमेभी अपने कार्यस्थल के वातावरण को ठीक रखने केलिए अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहाकि गृह मंत्रालय के पौधारोपण अभियान में अभीतक लगभग तीन करोड़ पौधे लग चुके हैं, लेकिन जवानों में इस अभियान केप्रति लगाव की भावना जागृत करना वरिष्ठ अधिकारियों की ज़िम्मेदारी है। गृहमंत्री ने कहाकि उनका मानना हैकि जवान का एक वृक्ष केसाथ लगाव होना, उसके जीवन को बदलने वाला होगा।
उन्होंने कहाकि वृक्षारोपण अभियान शुरू करते वक़्त हमारी सोच पर्यावरण और कामकाज के स्थान पर अच्छा वातावरण पैदा करना थी, लेकिन इसके साथही एक रचनात्मक और सकारात्मक सोच के कारण मानव स्वभाव में जो परिवर्तन और संतुष्टि की भावना आती है, उसे भी गति देना जरूरी है। अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री का जवानों और विशेषकर उनके परिजनों के कल्याण केलिए हमेशा प्रयास होता है और इस दिशा में उनके विचारों की पूर्ति केलिए गृह मंत्रालय सदैव तत्पर रहता है। इस अवसर पर गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और अजय कुमार मिश्रा, केंद्रीय गृह सचिव, सीमा प्रबंधन सचिव और विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों एवं एनएसजी के महानिदेशक और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।