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Friday 4 November 2022 01:30:23 PM
आइजोल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मिजोरम विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं और शिक्षा से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें मिजोरम विश्वविद्यालय में एसटी गर्ल्स हॉस्टल और मौलपुई में सरकारी आइजोल कॉलेज, आइजोल में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का स्थायी परिसर और पछुंगा यूनिवर्सिटी कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट अकादमिक ब्लॉक शामिल हैं। राष्ट्रपति ने समारोह को संबोधित करते हुए कहाकि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हैकि मिजोरम विश्वविद्यालय, जो 2001 से सक्रिय हुआ है, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करनेवाला उत्तर-पूर्वी क्षेत्र का एक प्रमुख विश्वविद्यालय है और इसमें 10 स्कूल, 41 संबद्ध यूजी कॉलेज, नर्सिंग, मेडिकल, पैरामेडिकल कॉलेज, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों केतहत 39 शैक्षणिक विभाग हैं। उन्होंने कहाकि विश्वविद्यालय ने शिक्षाविदों को बढ़ावा देने केलिए कईबड़े प्रयास किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप विज्ञान, कला, वाणिज्य, इंजीनियरिंग और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्रमें उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि मिजोरम विश्वविद्यालय का ढांचागत विकास वास्तव में सराहनीय है, विश्वविद्यालय ने प्रतिष्ठित संस्थान यानी 'इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस' का दर्जा प्राप्त किया है। उन्होंने इस अवसर पर स्नातक छात्र-छात्राओं को पदक देकर सम्मानित भी किया। राष्ट्रपति को बताया गयाकि मिजोरम विश्वविद्यालय में छात्रों को इनोवेशंस और व्यावहारिक प्रशिक्षण देने केलिए तीन इन्क्यूबेटर हैं, विश्वविद्यालय ने विभिन्न शैक्षणिक और तकनीकी सहयोग केलिए राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संगठनों से समझौते किए हैं जैसे-मिनेसोटा विश्वविद्यालय यूएसए, राष्ट्रीय चुंग सिंग विश्वविद्यालय ताइवान, मलेशिया विश्वविद्यालय, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी, मिजोरम युवा आयोग, इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड और विभिन्न शैक्षणिक और तकनीकी सहयोग केलिए अन्य महत्वपूर्ण संगठन। उन्होंने कहाकि विश्वविद्यालय ने उच्चशिक्षा संस्थानों केलिए राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय संगठनों केसाथ सहयोग के रास्ते तलाशने, अकादमिक और तकनीकी क्षेत्रोंमें उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित करने केलिए नया खाका तैयार किया है।
राष्ट्रपति ने छात्रों से कहाकि दीक्षांत समारोह एक ऐतिहासिक अवसर है, छात्रों और संकाय सदस्यों के सपनों, नवाचार, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत को साकार करने का प्रतीक है, आपके लिए यह बेहद संतोष, खुशी और गर्व का क्षण है, इस अवसर पर उन लोगों के प्रयासों को याद रखना और पहचानना महत्वपूर्ण है, जिन्होंने आपकी पूरी यात्रा में आपका साथ दिया है, यहां मेरा मतलब आपके परिजनों से है, जो आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने में सक्षम बनाने केलिए बलिदान करते हैं। उन्होंने छात्रों से कहाकि असीमित अवसर आपके सामने हैं, आपकी क्षमताओं की कोई सीमा नहीं है, इसलिए बस अपनी क्षमता का एहसास करें, आप अपनी प्रतिभा और क्षमता के सर्वश्रेष्ठ न्यायाधीश हैं, दुनिया का अन्वेषण करें और नए प्रयोग करें। राष्ट्रपति ने छात्रों से अशिक्षितों को शिक्षित करने और ज्ञान का प्रकाश फैलाने की जिम्मेदारी लेने काभी आग्रह किया। राष्ट्रपति ने कहाकि उच्चशिक्षा में महिलाओं की बढ़ती संख्या प्रशंसनीय है, लेकिन इसे उच्चदर से बढ़ाना चाहिए, यहभी सुनिश्चित करना चाहिएकि शिक्षामें महिलाओं की भागीदारी कार्यबल मेभी बढ़ी हुई भागीदारी में तब्दील हो, जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो पूरा देश आगे बढ़ेगा।
राष्ट्रपति ने कहाकि मिजोरम विश्वविद्यालय और सैरंग में दो अनुसूचित जनजाति बालिका छात्रावासों का उद्घाटन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अन्य सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करके छात्राओं के सशक्तिकरण की दिशामें एक उल्लेखनीय कदम है। उन्होंने कहाकि आईआईएमसी आइजोल के स्थायी परिसर के उद्घाटन से पूरे पूर्वोत्तर में मीडिया और जनसंचार अध्ययन को बढ़ावा मिलेगा। गौरतलब हैकि मिजोरम विश्वविद्यालय के तनहरील और पछुंगा में दो विशाल परिसर हैं। विश्वविद्यालय में एक विविध छात्र समुदाय है, जिसमें देश और विदेश के छात्र शामिल हैं। मिजोरम विश्वविद्यालय आइजोल में है, आइजोल मिजोरम का सबसे बड़ा शहर और राजधानी है, यह खूबसूरत शहर एक रिज पर है, जिसके पश्चिम में तल्वांग नदी घाटी और पूर्व में तुइरियाल नदी घाटी है, विभिन्न मिजो समुदाय यहां शांतिपूर्ण सहअस्तित्व में रहते हैं, यह जीवंत और हलचल भरा शहर वर्णन से परे आकर्षक है।