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Monday 21 November 2022 04:18:25 PM
पणजी। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 53वें संस्करण का रंगारंग शुभारंभ हो चुका है। पणजी में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में भव्य उद्घाटन समारोह केसाथ दुनियाभर की बेहतरीन फिल्में और इसके उत्कृष्ट रचनाकार एकबार फिर एकमंच आ पहुंचे हैं। राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और एंटरटेनमेंट सोसायटी ऑफ गोवा के संयुक्त रूपसे आयोजित फिल्म फिएस्टा के इस संस्करण में 79 देशों की 280 बेहतरीन फिल्में दिखाई जाएंगी। भारतीय पैनोरमा खंड में प्रविष्टियों की एक विस्तृत श्रृंखला केतहत 25 फीचर और 20 गैर-फीचर फिल्में दिखाई जाएंगी। फिल्मी उत्कृष्टता के इस नौ दिवसीय महोत्सव केलिए दीप प्रज्ज्वलित करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहाकि उनका विजन भारत के लोगों की प्रतिभा और उद्योगजगत की हस्तियों के नवाचार के दमपर फिल्मों की शूटिंग एवं पोस्ट प्रोडक्शन केलिए भारत को सबसे पसंदीदा केंद्र बनाना है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने बतायाकि इफ्फी केलिए उनका विजन केवल एक आयोजन तकही सीमित नहीं है, बल्कि इस बात सेभी संबंधित हैकि इफ्फी का स्वरूप उस समय क्या होना चाहिए, जब अमृत महोत्सव से अमृतकाल में प्रवेश करने केबाद भारत अपनी आजादी के 100वें वर्ष का उत्सव मनाएगा। उन्होंने कहाकि हमारा लक्ष्य क्षेत्रीय फिल्म महोत्सवों का स्तर बढ़ाकर भारत को कंटेंट सृजन, विशेषकर क्षेत्रीय सिनेमा का एक पावरहाउस बनाना है। अनुराग ठाकुर ने कहाकि आईएफएफआई युवा और स्थापित फिल्म निर्माताओं को अपना नेटवर्क बनाने, अपने विचार पेश करने, आपस में सहयोग करने और सिनेमा की दुनिया से सर्वश्रेष्ठ अनुभव प्राप्त करने केलिए अद्वितीय अवसर और अभूतपूर्व संभावनाएं प्रस्तुत कर रहा है। उन्होंने कहाकि सिनेमा किसीभी देशकी समृद्ध संस्कृति, विरासत, धरोहर, आशाओं एवं सपनों, आकांक्षाओं, महत्वाकांक्षाओं और सबसे महत्वपूर्ण रूपसे इतिहास के किसी विशेष समय में वहां के लोगों की सामूहिक अंतरात्मा के संगम को पेश करता है और तराशता है।
एशिया सबसे पुराने फिल्म महोत्सव की स्मृति को रेखांकित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहाकि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की अवधारणा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की थीम में निहित है, जो शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के सार का प्रतीक है, जिसके अनुसार पूरी दुनिया को एक परिवार माना जाता है। उन्होंने कहाकि भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और जी20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ की इसी थीम पर केंद्रित है। उन्होंने कहाकि पहलीबार इफ्फी में भारतीय और वैश्विक सिनेमा तथा फौदा सीरीज के चौथे सीजन, जिसमें बड़े इजराइली सितारों ने अभिनय किया है सहित ओटीटी पर चलनेवाली विभिन्न सीरीज का प्रीमियर होगा और इसका अगला सीजन भी इफ्फी में लॉंच किया जाएगा। इफ्फी में कंट्री ऑफ फोकस सत्र पर उन्होंने कहाकि इस साल भारत-फ्रांस संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं, जिसे दोनों देशों के राजनेताओं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रेखांकित किया है और भारत इस वर्ष फेस्टिवल डी कान में कंट्री ऑफ ऑनर था और इसी भावना को जारी रखते हुए इफ्फी के 53वें संस्करण में कंट्री ऑफ फोकस के रूपमें फ्रांस का स्वागत किया गया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने बतायाकि निर्देशन, संपादन, पार्श्व गायन, पटकथा लेखन, एनिमेशन और अभिनय जैसी 10 श्रेणियों में एक प्रतिष्ठित जूरी ने एक कठोर प्रक्रिया केबाद लगभग 1000 प्रविष्टियों में से 75 'क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो' का चयन किया है, इनमें लाइफटाइम अवार्डी, एनएफए, ग्रैमी और ऑस्कर विजेता शामिल हैं। उन्होंने कहाकि ये 19 राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जैसे-जयंतिया हिल्स (मेघालय), लखीमपुर (असम), खोरदा (ओडिशा) और उनमें से सबसे कम उम्र 18 वर्ष है। सूचना और प्रसारण मंत्री ने इस वर्ष सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड जीतने केलिए प्रसिद्ध स्पेनिश फिल्म निर्माता कार्लोस सौरा को बधाई दी। उन्होंने बतायाकि इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार दक्षिण भारतीय अभिनेता चिरंजीवी को प्रदान किया गया है। अनुराग ठाकुर ने कहाकि आईएफएफआई का यह संस्करण प्रमुख मणिपुरी फीचर फिल्मों और गैर-फीचर फिल्मों के विशेष रूपसे तैयार किएगए पैकेज को प्रदर्शित करके मणिपुरी सिनेमा के 50 साल पूरे होने का उत्सव मनाएगा। अनुराग ठाकुर ने फिल्म बाजार के महत्व की ओर भी ध्यान दिलाया, जिसे आईएफएफआई केसाथ-साथ आयोजित किया जा रहा है।
अनुराग ठाकुर ने कहाकि पहलीबार आईएफएफआई ने कंट्री पवेलियन की शुरुआत करके फिल्म बाजार का दायरा बढ़ाया है। उन्होंने कहाकि फिल्म महोत्सव को अधिक समावेशी और सभी केलिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से दिव्यांगजन स्क्रीनिंग केलिए विशेष प्रावधान किएगए हैं, इस खंड की फिल्में ऑडियो-विजुअल की सुविधाओं से लैस होंगी, जिसमें ऑडियो विवरण और सबटाइटल शामिल होंगे। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने दिव्यांगजनों केलिए दो विशेष पाठ्यक्रम- ऑटिस्टिक व्यक्तियों केलिए तैयार ‘स्मार्टफोन फिल्म मेकिंग’ और व्हीलचेयर उपयोग करनेवाले व्यक्तियों केलिए तैयार ‘स्क्रीन एक्टिंग’ से संबंधित एक बुनियादी पाठ्यक्रम संचालित करेगा। सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन ने कहाकि कोविड केबाद इफ्फी का यह 53वां संस्करण अपने जीवंत अवतार में वापस लौट आया है। उन्होंने कहाकि इफ्फी कला और फिल्मजगत में सीमाओं को मिटा रहा है और विभिन्न फिल्म संस्कृतियों को एकदूसरे से जुड़ने तथा सहयोग करने की संभावनाओं का पता लगाने का अवसर दे रहा है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इफ्फी को एक ऐसे फिल्म महोत्सव के रूपमें वर्णित किया है, जो सिनेमा से एकजुट किएगए विभिन्न राष्ट्रों व समाजों के प्रतिनिधियों केबीच तालमेल को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहाकि 53वें इफ्फी में वह सब कुछ है जो एक फिल्मप्रेमी को चाहिए-75 क्रिएटिव यंग माइंड्स, मास्टरक्लासेस, बॉक्स ऑफिस फ्लेवर, फिल्म बाजार और वैश्विक सिनेमा।
राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन ने कहाकि सूचना एवं प्रसारण मंत्री सहनिर्माण संबंधी समझौतों को प्रोत्साहन, फिल्मों से जुड़ी सिंगल विंडो सुविधा की सुव्यवस्था, एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक की विशाल क्षमताओं के दोहन जैसी विभिन्न पहल के माध्यम से बढ़ते हुए भारत को दुनिया के कंटेंट प्रोडक्शन हब के रूपमें स्थापित करने की दिशामें अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। डॉ एल मुरुगन ने मनोहर पर्रिकर और अब मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व में इफ्फी की सफलता केलिए गोवा के उल्लेखनीय योगदानों को भी रेखांकित किया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहाकि गोवा में विश्वस्तरीय मल्टीप्लेक्स और कन्वेंशन सेंटर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है और उम्मीद हैकि 2025 तक हम इफ्फी को नए स्थल पर आयोजित करने में समर्थ होंगे। प्रमोद सावंत ने कहाकि इस वर्ष इफ्फी में राज्य सरकार ने गोवा फिल्म समुदाय केलिए विशेष मास्टरक्लास संचालित करने की पहल की है, जिसमें हिंदी और मराठी फिल्म खंडों की प्रसिद्ध फिल्म हस्तियां भाग लेंगी। उन्होंने कहाकि इस वर्ष विशेष रूपसे एक गोवा खंड का भी प्रावधान किया गया है, भारतीय पैनोरमा की तीन जूरी सदस्यों वाली एक विशेष जूरी ने छह लघु फिल्मों और एक वृत्तचित्र का चयन किया है। उन्होंने कहाकि हम फेस्टिवल माइल, एंटरटेनमेंट जोन और हेरिटेज परेड जैसी विभिन्न सहयोगी गतिविधियों के जरिए पर्यटकों और गोवा की जनता का ध्यान आकर्षित करने में समर्थ रहे हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहाकि कारवां पूरे गोवा में तैनात किया गया है और आम जनता केलिए फिल्मों के स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहाकि इस आयोजन को और अधिक समावेशी बनाने के उद्देश्य से दिव्यांगजनों केलिए भी फिल्मों की विशेष स्क्रीनिंग को संभव बनाया गया है। प्रमोद सावंत ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को भी याद किया, जिनके प्रयासों से गोवा इफ्फी का स्थायी आयोजन स्थल बना। सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहाकि इफ्फी भारतीय फिल्म उद्योग केलिए दुनिया के सामने अपनी सर्वश्रेष्ठ कृतियों को प्रदर्शित करने और दुनिया के बाकी हिस्सों से सिनेमा से जुड़ी उत्कृष्ट कार्यप्रणालियों को आमंत्रित करने का एक मंच है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक विशेष संदेश भी पढ़ा, इसमें कहा गया हैकि भारत के सबसे बड़े फिल्म महोत्सव के रूपमें इफ्फी सिनेमा द्वारा एकजुट किए गए विभिन्न देशों और समाजों के प्रतिनिधियों केबीच एक उत्साहवर्द्धक तालमेल को बढ़ावा देता है। गोवा सरकार के मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के प्रबंध निदेशक रविंदर भाकर, अभिनेत्री मृणाल ठाकुर, कैथरीन टेरेसा, सारा अली खान, अमृता खानविलकर, अभिनेता वरुण धवन, कार्तिक आर्यन और जैसी देश-विदेश की सिने हस्तियों ने उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई।