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Tuesday 2 May 2023 01:09:30 PM
अहमदाबाद/ पुणे। गुजरात और महाराष्ट्र ने 1 मई को अपना 63वां स्थापना दिवस मनाया। विविधता में एकता का उत्सव मनाने वाले एक भारत और श्रेष्ठ भारत की भावना का अनुसरण करते हुए देशभर के राजभवनों में गुजरात और महाराष्ट्र के स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर देशभर के राज्यों को एक-दूसरे से जोड़ने की उल्लेखनीय पहल करते हुए गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। महाराष्ट्र के स्थापना दिवस पर आयोजित आधिकारिक समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने कहाकि हमारी सरकार समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर राज्य के सर्वांगीण विकास केलिए प्रतिबद्ध है और मैं सभीसे एकसाथ आने और एक नया और मजबूत महाराष्ट्र बनाने का संकल्प लेने की अपील करता हूं। देश के अन्य राज्यों के राजभवनों में दूसरे राज्यों का स्थापना दिवस समारोह आयोजित करना राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक अनूठा कदम है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों को हार्दिक बधाई दी और महाराष्ट्र केलिए सरकार की महत्वपूर्ण कल्याणकारी और विकास गतिविधियों को साझा किया। समारोह में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मुंबई उपनगरीय जिले के संरक्षक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, मुख्य सचिव मनोज सौनिक, विभिन्न देशों के महावाणिज्य दूत, मानद महावाणिज्य दूत और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। गुजरात के स्थापना दिवस पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने जामनगर में भव्य समारोह की अध्यक्षता की। इस मौके पर जामनगर में विशेष परेड और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। दिल्ली में महाराष्ट्र और गुजरात का स्थापना दिवस राज निवास में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना केसाथ मनाया गया। उन्होंने देश के विकास और विकास में दोनों राज्यों की भूमिका की सराहना की। राजभवन में दिल्ली में रहनेवाले दोनों राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने भाग लिया। इस दौरान दोनों राज्यों के पारंपरिक नृत्य का स्कूली छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया।
उपराज्यपाल ने कहाकि गुजरात और महाराष्ट्र के लोकनृत्य गरबा और लावणी के प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों के नागरिक संघों के सदस्यों केसाथ गुजरात और महाराष्ट्र के राज्य गठन दिवस समारोह की अध्यक्षता की, जिसका आयोजन विजयवाड़ा राजभवन के दरबार हॉल में एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम केतहत किया गया। एस अब्दुल नजीर ने कहाकि भारत को अपने समृद्ध इतिहास, संस्कृति और विरासत पर गर्व है। उन्होंने कहाकि गुजरात और महाराष्ट्र अपनी जीवंत सांस्कृतिक विरासत, इतिहास और स्वादिष्ट व्यंजनों केलिए जाने जाते हैं। राजभवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत आंध्र प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के आधिकारिक राज्य गीतों की प्रस्तुति केसाथ हुई, जिसके बाद गुजरात और महाराष्ट्र संघों के सदस्यों ने भरतनाट्यम और गरबा नृत्य की प्रस्तुति दी। पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन ने राजनिवास पुडुचेरी में गुजरात सांस्कृतिक टीम के सहयोग से गुजरात और महाराष्ट्र दिवस समारोह की मेजबानी की। राज्यपाल ने इस बात पर प्रकाश डालाकि हमारे पास भाषा, संस्कृति, खान-पान और राज्य की सीमाओं की विविधता हो सकती है, लेकिन हम भारतीयों के रूपमें गर्व की भावना केसाथ एकजुट हैं।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गुजरात और महाराष्ट्र के राज्य स्थापना दिवस पर लोगों को हार्दिक बधाई दी, जिसे एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम केतहत देशभर में भारत की एकता के त्योहार के रूपमें मनाया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे। ओडिशा राजभवन में हुए कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने मुख्य अतिथि के रूपमें शिरकत की और कहाकि अन्य राज्यों में राज्य दिवस मनाने से एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना मजबूत होगी और हमारे सामाजिक-सांस्कृतिक बंधन मजबूत होंगे। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केटी पारनाइक ने देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों केबीच भाईचारे को बढ़ावा देने और मजबूत करने केलिए राजभवन में गुजरात और महाराष्ट्र राज्य स्थापना दिवस समारोह की मेजबानी की। राज्यपाल ने गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों को बधाई दी और कहाकि महाराष्ट्र और गुजरात के लोगों का अरुणाचल प्रदेश केसाथ गहरा संबंध है। उन्होंने राज्यपाल और राज्य की प्रथम महिला केसाथ अरुणाचल प्रदेश के लोगों केलिए अपने अनुभवों, उपलब्धियों और सद्भावना को साझा किया।
एक भारत श्रेष्ठ भारत की थीम केतहत विविधता में एकता के बंधन को बढ़ावा देते हुए दोनों राज्यों की समृद्ध विरासत और सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित किया गया। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा राजभवन में महाराष्ट्र के राज्य स्थापना दिवस समारोह पर महाराष्ट्र के विशिष्ट अतिथियों केसाथ जीवंत बातचीत की। झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहाकि दोनों राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और गौरवशाली इतिहास है। उन्होंने कहाकि इन राज्यों ने देश के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने भारत को एक सांस्कृतिक सातत्य कहा, जिसमें क्षेत्रीय विविधताएं हैं, लेकिन एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को मूर्तरूप देनेवाले समान आधारभूत मूल्य हैं। राज्यपाल ने दोनों राज्यों के ऐसे नागरिकों को सम्मानित किया, जिन्होंने तमिलनाडु को अपना घर बना लिया है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने केरल राजभवन में पारंपरिक पंचरिमेलम केसाथ महाराष्ट्र और गुजरात दिवस समारोह में भाग लेने वालों का स्वागत किया।
राजस्थान में राज्यपाल कलराज मिश्र ने महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य के स्थापना दिवस समारोह में कहाकि भारत अनेकता में एकता की भूमि है और भिन्न संस्कृति होते हुए भी हमसब एक हैं। उन्होंने कहाकि देशवासियों को एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को आत्मसात करते हुए समरस समाज के निर्माण केलिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने महाराष्ट्र और गुजरात के लोगों को उनके स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहाकि दोनों राज्यों का गौरवशाली इतिहास है और उनकी समृद्ध संस्कृति और जीवंत परंपराएं हमारे राष्ट्र का अभिन्न अंग हैं। गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने राजभवन में मनाए गए महाराष्ट्र और गुजरात राज्य के स्थापना दिवस समारोह में शिरकत की। त्रिपुरा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने राजभवन अगरतला में गुजरात और महाराष्ट्र दिवस समारोह का उद्घाटन किया। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ राजभवन में गुजरात और महाराष्ट्र के स्थापना दिवस का उत्सव मनाया। जम्मू में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी गुजरात और महाराष्ट्र के स्थापना दिवस पर दोनों राज्यों के लोगों को बधाई दी।